गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय मे जुबली कांफ्र ेंस “एन.ए.सी.आई.ए.सी.पी-२०१८” का भव्य शुभारम्भ

चिकित्सा मनोविज्ञान क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी संस्था "इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट" के तत्वाधान मे गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में त्रिदिवसीय एन.ए.सी.आई.ए.सी.पी २०१८ का भव्य उद्घाटन दीप प्रज्वलन द्वारा किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यावरण मंत्री डा॰ महेश शर्मा व् विशिष्ठ अतिथि भारत के चीफ कमिश्नर दिव्यांगता डा॰ कमलेश कुमार पांडेय थे । स्वागत भाषण कार्यक्रम के आयोजक सचिव डा॰ आनंद प्रताप सिंह द्वारा दिया गया।अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा की आज के समय देश की तीस प्रतिशत जनसँख्या किसी न किसी मानसिक रोग का शिकार है जिनमे एंग्जायटी, डिप्रेशन,साइकोसिस,ओ.सी.डी आदि प्रमुख रोग हैं ।

उन्होंने कहा की देश के चिकित्सा मनोवैज्ञानिकों का ये दाइत्व है की वो अपने उपचार द्वारा प्रचुर संख्या मे इनका उपचार करते हुए देश को मानसिक रगों से मुक्त बनाने में योगदान दें । मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यावरण मंत्री डा॰ महेश शर्मा ने बताया की मनोचिकित्सों को अपने मरीजों पर पूरा ध्यान देना चाहिए लैब टेस्ट से ज्यादा अपने डयग्नोसिस पर ध्यान देना चाहिए ।विशिष्ठ अतिथि जेवर विधायक श्री धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा की भारत मनोविज्ञान के क्षेत्र में आज से नहीं बल्कि प्राचीन समय से शिक्षा का प्रमुख केंद्र रहा है ।पहले ये दर्शनशास्त्र का ही एक अंग था। मंच की अध्यक्षता भारत के चीफ कमिश्नर दिव्यांगता डा॰ कमलेश कुमार पांडेय ने कहा की वैश्विक आधुनिकरण, मोबाइल क्रांति आदि आज के समय मानसिक समस्यों का प्रबल करण है।

आई.ऐ.सी.पी के वर्तमान अध्यक्ष प्रो. अमोल रंजन सिंह ने माननीय मंत्री जी के निवेदन किया की प्रधानमंत्री की "हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम" द्वारा मनोवैज्ञानिक रोगों को भी जोड़ा जाना चाहिए। त्रिदिवसीय गोल्डन जुबली ईयर कांफ्रेंस में पूरे देश समेत १९ देशों के चिटकसा मनोवैज्ञानिक, प्रोफेसर, रिसर्च स्कॉलर व् विद्यार्थी समेत लगभग २००० लोग सहभागिता कर तहे हैं। इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट की पचासवीं वर्षगांठ पर ये कांफ्रेंस आयोजित की जा रही है जिसका विषय "रोले ऑफ़ क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट इन मेन्टल हेल्थ एडवोकेसी: चैलेंजेज एंड प्रोस्पेक्टिवेस इन ग्लोबल सेनेरिओ " है,ये कांफ्रेंस तीन दिन चलेगी जिसमे समस्त प्रतिभागी अपना अपना शोधपत्र एवं विषय विशेष कार्यों को प्रस्तुत करेंगे । तीन दिनों तक चलने वाले कार्यक्रम मे "साइंटिफिक सेशंस", "कल्चरल नाईट", "टैलेंट हंट- आई.ए. सी . पी ", चित्रकला प्रदर्शनी आदि विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा । उद्घाटन समारोह में प्रो. के गिरीश, डा. कल्पना श्रीवास्तव,प्रो.अंटोनिओ,प्रो.सेसिलिया, डा. जोनाथन,प्रो. परिसंस्की, डा. नीति राणा, डा.ओम प्रकाश समेत समस्त आयोजन समिति के सदस्य व् विद्यार्थीगण मौजूद रहे।

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