ग्रेटर नोएडा/दिल्ली-एनसीआर- 21 जून, 2024– हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) द्वारा आयोजित इंडियन फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज मेला- आईएफजेएएस 2024 का 18वां संस्करण ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 24 जून, 2024 को विदेशी खरीदारों, खरीद और सोर्सिंग पेशेवरों के साथ ही घरेलू खुदरा खरीदारों के लिए भी खुलेगा I वैश्विक फैशन खुदरा कनेक्शन को बढ़ावा देने के लिए भारत के प्रमुख सप्लायर इस मेले की पांच मुख्य उत्पाद कैटेगरी में अपने सबसे ज्यादा बिकने वाले उत्पादों के प्रदर्शन के लिए तैयार हैं I
मेले के इस संस्करण में उत्पादों के विस्तृत संग्रह के साथ साथ डिजाइन और ट्रेंड पूर्वानुमान, थीम पवेलियन, क्षेत्रीय बहुमूल्य उत्पाद, डिज़ाइन पूर्वानुमान, डिजिटल मार्केटिंग, इत्यादि पर गूढ़ जानकारी वाले सेमिनार, डेली रैंप की परंपरा, शिल्प का लाइव प्रदर्शन और सर्वश्रेष्ठ डिस्प्ले का पुरस्कार भी शामिल हैं I कुशल अलंकरण से लेकर सजावटी वस्तुओं तक, इस आयोजन में स्टाइल के सभी संभव रंगों की झलकी देखने को मिलेगी I
आईएफजेएएस 2024 में दिल्ली, मुंबई, जयपुर, मेरठ, मुरादाबाद, फरीदाबाद, भदोई, श्रीनगर, गुड़गांव, कोलकाता, ओडिशा, वाराणसी असम, मणिपुर, और केरल समेत देश के सभी प्रमुख शहरों और उत्पाद क्लस्टर के लगभग 200 उत्पादक और कारीगर इकट्ठा होंगे I मध्यम और छोटे निर्यातकों, कारीगर उद्यमियों और भारत के अगुवा उत्पादक-निर्यातकों समेत अनेक संग्रहों के प्रदर्शन का वादा करते हुए यह मेला खरीदारों के लिए फैशन जूलरी और एक्सेसरीज के साथ फैशन जूलरी; कम कीमती जूलरी; बेल्ट एवं पर्स; हैंड बैग एवं पर्स; फैशन एक्सेसरीज, हेड एवं हेयर एक्सेसरीज; स्टोल एवं स्कार्फ; शॉल; कढ़ाई; बीड एवं सीक्विन एक्सेसरीज; फैंसी फुटवियर और करीगरी किए कपड़ों के उत्पाद के विस्तृत रेंज की छानबीन करने का अनूठा अवसर प्रदान करता है I अक्सर पारंपरिक और सांस्कृतिक स्वरूपों से प्रेरित होकर पेचीदा और संपूर्ण डिजाइन तैयार करने वाला शिल्प कौशल न केवल बहुमुखी है बल्कि यह कई तरह के डिजाइन और स्टाइल में भी उपलब्ध है I
आईएफजेएएस में सोर्सिंग कॉम्पोनेंट भी शामिल हैं, क्योंकि विभिन्न बाजारों से आयात करने वाले कई खरीद समुदाय, खास कर भारत से अपने जूलरी उत्पादों के लिए सोर्सिंग कॉम्पोनेंट लेना पसंद करते हैं I टेक्सटाइल एक्सेसरीज में कढ़ाई किए हुए, विभिन्न प्रिंटिंग तकनीकों वाले, बाटिक, टाई और डाई, एप्लिक, आदि से सजाए गए स्कार्फ, स्टोल एवं शॉल भी शामिल हैं I इसके अलावा सभी अवसरों पर इस्तेमाल करने के लिए बैग और हाथ से तैयार किए जूता का भी एक शानदार संग्रह मौजूद है I पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार फैशन और टिकाऊ उत्पादों की बढ़ती मांग जिसमें प्रकृति से प्राप्त उत्पादों से तैयार पर्यावरण के अनुकूल पहनने योग्य वस्तुएं, जैसे कि जूट, जलकुंभी, बेंत, बांस, स्टोन, सीप और रीसाइकिल की जा सकने वाली योग्य वस्तुओं से तैयार उत्पादों की बहुत अधिक मांग है I
ईपीसीएच अध्यक्ष दिलीप बैद ने बताया, “इस मेले के विस्तृत प्रचार को सुनिश्चित करने के लिए ईपीसीएच ने अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं, उनके डिजिटल माध्यमों, ऑनलाइन पोर्टलों, वेब बैनर आदि में विज्ञापन और लेखों के माध्यम से दुनियाभर में व्यापक डिजिटल प्रमोशन और प्रचार अभियान चलाया है I इसके अतिरिक्त भारत दूतावासों ने अपने संबंधित देशों में खरीदारों और आयातकों को इस मेले में आने का निमंत्रण भी दिया है I मेले का सोशल मीडिया पर भी व्यापक प्रचार किया गया है I पहले से पंजीकरण कराने वालों में हमने अपने अधिकांश पेट्रन के साथ साथ पहली बार खरीदारी करने वालों को भी देखा है” I
आईईएमएल के चेयरमैन और ईपीसीएच के चीफ मेंटर डॉ. राकेश कुमार ने कहा, भारत के प्रमुख उत्पादकों के प्रदर्शन किए जाने के अलावा, समूचे भारतीय कारीगरों के शिल्प को दर्शाने वाले क्षेत्रीय थीम एरिया आगंतुक विदेशी खरीद समुदाय के लिए आकर्षणों में से एक होंगे I उन्होंने यह भी कहा, “भारत के विविध और प्रमुख सप्लायर्स से फैशन जूलरी और एक्सेसरीज की सोर्सिंग के लिए एक प्रीमियम ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित आईएफजेएएस भारत में अंतरराष्ट्रीय फैशन जूलरी एवं फैशन एक्सेसरीज सोर्सिंग शो के रूप में अहम स्थान रखता है” |
उत्पादों की भिन्नता के बारे में बात करते हुए ईपीसीएच उपाध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना ने कहा, “फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज, हमारी परंपरा और संस्कृति के मुताबिक देश भर के शिल्प क्लस्टर में तैयार की जाती हैं, लिहाजा इनके उत्पादन में बहुत मजबूती है I इस विविधता से हमारे उद्योग को विलक्षण शक्ति मिलती है, जो विशेष रूप से परंपरा की प्रेरणा से समकालीन नए उत्पादों में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है” इस पर ईपीसीएच के उपाध्यक्ष सागर मेहता ने कहा, “वास्तव में, हमारे सेक्टर का ऊर्जावान होना, विरासत से प्रेरित समकालीन डिजाइनों और विरासत के प्रोत्साहन, अच्छी तरह शोध नए परिवर्तनों को एक साथ मिलाने से उपजा है”
इसके अलावा, आईएफजेएएस 2024 के अध्यक्ष सोबिंदर सिंह कोहली ने कहा, “इस तरह के एक्सक्लूसिव लाइन-अप की पेशकश के साथ आईएफजेएएस भारत से चेन/डिपार्टमेंटल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं, आयातकों, वितरकों, खुदरा विक्रेताओं, डिजाइनर्स, व्यापारियों, पूर्वानुमानकर्ताओं, और खरीद घरानों के लिए एक अनूठा सोर्सिंग अवसर है I अपने पहले के संस्करणों से ही आईएफजेएएस विभिन्न आयातक देशों से खास तौर पर फैशन जूलरी और एक्सेसरीज में काम करने वाले प्रतिष्ठित खरीदारों को आकर्षित करता आ रहा है”
मेले के इस संस्करण में 40 देशों से खरीदारों के आने की संभावना है, जिनमें अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, अजरबैजान, ब्राजील, चीन, कनाडा, साइप्रस, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, इटली, जापान, केन्या, कुवैत, मलेशिया, नीदरलैंड, ओमान, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, वियतनाम आदि शामिल हैं I
ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर.के. वर्मा ने बताया कि जिन कंपनियों/डिपार्टमेंटल स्टोर्स के खरीदारों ने इस शो में आने की पुष्टि कर दी है, उनमें सेन्स बिजॉक्स, लायन एक्सेसरीज अल्जीरिया; बोनी स्टोर, रैप्सोडिया, अर्जेंटीना; जेनिचर, ऑस्ट्रेलिया; माई ब्रांड्स इंटरनेशनल, अजरबैजान; ब्रेटन, ब्राजील; एली स्कार्फ कंपनी, मिस्र; ओरपेल, वाल्सा, फ्रांस; इम्प्रेस जीएमबीएच, जर्मनी; 4क्वींस ईई, ग्रीस; फैक्ट्री मेलिली सो. कॉप, इटली; एमहैबिट को, जापान; सिम्बा लेदर अफ्रीका लिमिटेड, केन्या; सारा कलेक्शन, कुवैत; आरएएम कॉन्सेप्ट्स यूरोप, नीदरलैंड; नाडा एक्सेसरीज, ओमान; ग्लोबल एक्सेसरीज, दक्षिण अफ्रीका; बॉच, इस्टेओस्टे, स्पेन; माई डॉरिस लिमिटेड, लवफॉरएवर फैशन लिमिटेड, यूनाइटेड किंगडम; टूज कंपनी, जेड एंड एल यूरोप कॉर्प, संयुक्त राज्य अमेरिका और कई अन्य शामिल हैं I
वर्मा ने यह भी बताया कि इस शो ने जानेमाने घरेलू उत्पादकों से खरीद के लिए खुदरा खरीदारों के लिए अपने द्वार खोल दिए हैं I नए सिरे से खरीदारी के तरीके और अंतरराष्ट्रीय डिजाइनों और प्रीमियम उत्पादों की खोज से प्रेरित, तेजी से बदलते खुदरा बाजार का स्वागत और उन्हें सुविधा देते हुए, आईएफजेएएस’24 ने प्रमुख खुदरा/ऑनलाइन ब्रांडों से आने वाले अतिथियों की मेजबानी करना जारी रखा है, इनमें फर्न्स एन पेटल्स रिटेल प्राइवेट लिमिटेड, वी मार्ट रिटेल लिमिटेड, पाल डी’जिंग्स, रीवाज, जयपोर, फैशन लाइफ, जेवेलरी अड्डा और कई अन्य शामिल हैं I
हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद देश से हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने की एक नोडल संस्थान है और यह देश के विभिन्न शिल्प क्लस्टर में होम, लाइफस्टाइल, टेक्सटाइल, फर्नीचर और फैशन ज्वेलरी व एक्सेसरीज उत्पादों को बनाने में लगे लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड छवि बनाती है I ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा ने बताया कि साल 2023-24 के दौरान हस्तशिल्प का निर्यात 32,759 करोड़ रुपये (3,956 मिलियन अमेरिका डॉलर) और 2023-24 में फैशन जूलरी व एक्सेसरीज का निर्यात 5,793 करोड़ रुपये (517 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का हुआ I