आरडबल्यूए प्रतिनिधियों को भी प्राधिकरण अधिकारियों से भेंट है एक बड़ी चुनौती

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (07/10/2022): ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों में कई जगहों पर कचड़ा जमाव, जल जमाव और बन्द लाइटों जैसी अनेकों समस्याएं उप्तन्न हो रही है। जब सेक्टर के निवासियों द्वारा चुने गए RWA के पदाधिकारी सेक्टरों में उत्पन्न हो रही समस्याओं से अवगत कराने हेतु ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से संपर्क करते हैं, तो ना तो समय पर प्राधिकरण के अधिकारी मिलते हैं, और ना ही समय पर समस्याओं का समाधान होता है। जिसका खामियाजा सेक्टरों में रहने वाले निवासियों को भुगतना पड़ता है।

टेन न्यूज नेटवर्क से बातचीत करते हुए ग्रेटर नोएडा, सेक्टर पी-3 के RWA अध्यक्ष एडवोकेट आदित्य भाटी ने बताया कि

“हम जनता के चुने हुए प्रतिनिधि अपने सभी काम छोड़कर लोगो को समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराने के लिए प्राधिकरण जाते है। लेकिन प्राधिकरण में समय पर ना तो अधिकारी मिलते हैं और ना ही समस्याओं का समाधान हो पाता है।”

आगे उन्होंने बताया कि मेरा अनुभव है कि “मैं अपने सेक्टर पी 3 के लगभग 5,000 लोगो का चुना हुआ अध्यक्ष हूं, अर्थात हजारों लोगो का प्रतिनिधित्व करता हूं। और उन लोगो की समस्याओं को लेकर बेपरवाह और लापरवाह अफसरों के पास जाता हूं, तो सबसे पहले तो लाइन में लगकर पास बनवाना पड़ता है। उसके उपरांत जिस फ्लोर पर जाओ और जहां भी जाओ कक्ष के बाहर लिखा होता है ‘जनता से मिलने का समय 10:00 से 12:00’ परंतु मिलता कोई नही चपरासी बड़ी आसानी से कह देता है, की साहब लोग मीटिंग या साइट विजिट में व्यस्त हैं। इसमें जनता का कसूर क्या है ? या तो पहले से बाहर नोटिस चस्पा कर दिया जाए की ‘उपरोक्त डिपार्टमेंट के अधिकारी से मिलने जा रहे है, तो वो आज बाहर है’
जिससे लोगो का बहुमूल्य समय बच जाए। प्राधिकरण का ये रवैया ठीक नहीं है, इसपर विचार की सख्त आवश्यकता है।”

फेडरेशन ऑफ ग्रेटर नोएडा आरडब्ल्यूएज के अध्यक्ष देवेंद्र टाइगर ने बताया कि ” ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों में अनेकों समस्याएं बढ़ रही है, जैसे कि पार्क की हालत ख़राब सबसे बड़ी समस्या है, कूड़े व गंदे पानी का जमाव और खराब लाइट इत्यादि। और इन समस्याओं को लेकर जब भी कोई आरडब्लूए के पदाधिकारी प्राधिकरण के
अधिकारियों से मिलने की कोशिश करता है, तो उसको घंटे तक तो पहले लाइन में पास बनवाने के लिए खड़ा होना पड़ता है, और जैसे तैसे पास बनवाने के बाद भी अधिकारियों से मुलाकात नहीं हो पाती। क्योंकि अधिकारियों से मिलने का टाइम 2 घंटे का है 10:00 से 12:00 तक है। कर्मचारी पास बनवाने में ही पूरा समय समाप्त हो जाता है। जिसके चलते ना तो अधिकारी से मुलाकात हो पाती है ना ही समस्याओं का समाधान हो पाता है।”

आगे उन्होंने बताया कि “ग्रेटर नोएडा के आरडब्ल्यूए के सभी पदाधिकारियों ने कई बार प्राधिकरण से इस मामले पर चर्चा की, अगर कोई आरडब्ल्यूए का पदाधिकारी अपने सेक्टरों की समस्या लेकर प्राधिकरण के अधिकारियों को अवगत कराने आते हैं, तो उनको बिना पास के एंट्री मिलनी चाहिए। अधिकारी मीटिंग के दौरान तो हां में हां मिला देते हैं, पर जमीनी तौर पर अपनी कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं करते हैं। जिसका खामियाजा सेक्टर निवासियों के साथ-साथ आरडब्लूए अधिकारियों को भुगतना पड़ता है। इसलिए हम सभी आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी चाहते हैं कि यदि कोई अधिकारी सेक्टर की समस्या को लेकर प्राधिकरण के पास जाता है, तो उस समस्या पर तुरंत सुनवाई एवं कार्रवाई की जाए, उस समस्या का तुरंत समाधान होना चाहिए।।”

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