Sharda University में दो दिवसीय शारदा शताब्दी सम्मान समारोह का समापन

ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में आयोजित दो दिवसीय शारदा शताब्दी सम्मान समारोह का समापन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आचार्य मिथिलेश नंदिनी शरण जी महाराज, सुप्रीम कोर्ट के जज पंकज मित्तल, अजीत प्रसाद महापात्र अखिल भारतीय गो सेवा प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, प्रोफेसर प्रमोद दुबे राष्ट्रवादी चिंतक, सतीश चंद्रा चेयरमैन लोक सेवा आयोग को शॉल ओढ़ाकर और तुलसी का पौधा देकर शारदा यूनिवर्सिटी के चांसलर पीके गुप्ता व प्रो चांसलर वाईके गुप्ता ने स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान लेखकों की पुस्तक का विमोचन किया गया साथ ही विभिन्न क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले 21 लोगों को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान जम्मू कश्मीर की लोक सेवा आयोग के चेयरमैन सतीश चंद्रा ने कहा कि शारदा सर्वज्ञ पीठ कश्मीर के पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अमृतानंद देव तीर्थ जो कश्मीर में कार्य कर रहे है वो सराहनीय है। इसकी हम कल्पना नही भी नही कर सकते। आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर के हालात में सुधार आया है, आए दिन होने वाली हड़ताल और पत्थरबाजी कम हुई है। स्कूल और कॉलेजों में बिना डरे आ रहे है। ऑफिस भी टाइम से खुल रहे है।

राष्ट्र चिंतक और विचारक प्रमोद दुबे ने अध्यात्म से आपको दुआ मिलती है जिससे आप खरीद नही सकते। युवाओं को ज्ञान की उपासना करनी चाहिए इसकी वजह आप लोगों बता सके की दया धर्म की जननी है जो अध्यात्म से आती है। वहीं आचार्य मिथिलेश नंदिनी शरण जी महाराज कहा कि परंपरा एक धारा है जो नियमित चलती रहती है। गुरु से ज्ञान की प्राप्ति और जन्म से ही परंपरा का दायित्व होता है।

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