टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (17 जुलाई 2023): बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का दरबार ग्रेटर नोएडा के जैतपुर मेट्रो डिपो के पास खाली मैदान में लगा है । 9 जुलाई को कलश यात्रा का आयोजन किया , जिस में 10000 महिला श्रद्दालु ने हिस्सा लिया । बारिश और ख़राब मौसम के बाद भी पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के दरबार के लिए लाखोंभक्तों की भीड़ उमड़ रही है। आज कथा का अंतिम दिन था।
धीरेंद्र शास्त्री द्वारा सातवे दिन दिए गए कुछ उपदेश
• व्यक्ती हमेशा अपनी तुलना दूसरों से करता है , इसीलिए दुखी रहता हैं।
• अभिमान से करो तो काम काज होता हैं , वही कार्य भगवान से करो तो राम काज होता है ।
• भगवान से मांगने योग्य कोई वस्तु है तो भगवान से भगवान को ही मांगना ।
• जो न माने बड़ों की सिख , ले कटोरा मांगे भीख ।
• भारत के लोगों जब तुम्हारे साथ कोई ना हो , फिर भी तुम परमात्मा पे भरोसा मत छोड़ना वो परमात्मा एक दिन तुम्हारे चेहरे पर मुस्कुराहट जरूर लाएगा।
• जब हम 8 साल के थे तो गांव से भिक्षा मांग कर लाते थे , 1 कपड़ा पहन कर हमने सवा सवा महीना निकाला ।
• हमने अपनी मां से कहा , “मां हमे वृंदावन जाना है भागवत पढ़ने” उस समय हम 2 हज़ार रुपया मांगने के लिए ना जाने कितने घरों में गए, किसी ने भी दिए। वो दिन आज भी याद है।
• बन जाते है लाखो रिश्ते , जब पैसा पास होता हैं
टूट जाता वो रिश्ता गरीबी में जो सबसे ख़ास होता हैं।
• मैने अपनी बहन की विवाह में जो दुख सहे है ,वो अब भारत का कोई भाई ना सहे इसीलिए हर साल हम गरीब बेटियों का विवाह कराएंगे।
• एक 16/12 के कमरा था हमारा , बरसात में और भी दिक्कते आती थी ।
• जब हमारे जैसे विचित्र व्यक्ति की लाज बालाजी ने बचाई है तो तुम भी इनकी चरण सरण मत छोड़ना।
• इस भारत में गरीब सिर्फ ताली बजाने के काम आता है।
नेताओं के रैली हो या कोई अन्य कार्यक्रम।
• हम फिर ग्रेटर नोएडा और दिल्ली आएंगे ,और फिर से पूरे भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए जगाएंगे ।
• हम ना कभी रुके थे ना रुकेंगे भारत को हिंदू राष्ट्र बना कर ही रुकेंगे ।
धीरेन्द्र शास्त्री अपनी कथा के माध्यम से हिंदु राष्ट्र की मांग करते रहते है। कई बार कथाओं के माध्यम से उन्होंने ये मांग की हैं। आज कृष्ण सुदाम की मित्रता का प्रसंग चला जिसमे उन्होंने गरीबी पर भी कई बात बोले ।
ग्रेटर नोएडा में श्रीमद्भगवद कथा का आज अंतिम दिन था । टेन न्यूज के माध्यम से सभी पाठको को हर दिन का प्रसंग प्रदान किया गया।