आसपास के प्रमुख स्थलों को लोकल बस सेवा से जोड़ेगा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण: सीईओ सुरेन्द्र सिंह

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से शुरू हुई लोकल बस सेवा का लाभ ग्रेटर नोएडा और आसपास के निवासियों को अब मिलने लगा है। इन बसों में सफर करने वाले यात्री बढ़ रहे हैं। इससे आमदनी भी बढ़ने लगी है और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से रोडवेज को दी जाने वाली वायबिलिटी गैप फंड की धनराशि भी कम हो रही है।

दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की पहल पर ग्रेटर नोएडा व ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों के लिए लोकल बस सेवा बीते छह जनवरी से शुरू की गई है। इन बसोें का संचालन करने पर होने वाले घाटे की भरपाई ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कर रहा है। बसों के संचालन पर औसतन 30 लाख रुपये हर माह खर्च हो रहा है। टिकट से होने वाली आमदनी की कटौती कर शेष रकम ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण हर माह रोडवेज को दे रहा है। लोकल बसें ग्रेटर नोएडा के पांच रूटों पर चल रही हैं। इनमें पहला रूट कासना बस डिपो से ननुआ का राजपुर तक वाया सिरसा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का दफ्तर, तिलपता चौक, सूरजपुर, एलजी चौक और परी चौक है। दूसरा रूट ग्रेटर नोएडा डिपो से ननवा का राजपुर वाया सिरसा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का दफ्तर, तिलपता चौक, किसान चौक, सूरजपुर, एलजी चौक और परी चौक है। तीसरा रूट कासना बस डिपो से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण व जगत फार्म होते हुए ग्रेटर नोएडा डिपो तक है। चौथा रूट ग्रेटर नोएडा डिपो से वाया घरबरा व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण होते हुए ग्रेटर नोएडा डिपो तक है। पांचवां रूट ग्रेटर नोएडा से हिंडन ब्रिज व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण होते हुए वापस ग्रेटर नोएडा डिपो तक है। बीते 16 जून को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ लोकल बस सेवा की समीक्षा की। सीईओ ने इनमें से कुछ बसों को नोएडा व दादरी से जोड़ने के निर्देश दिए। बतौर ट्रायल 17 जून से ही इस पर अमल षुरू हो गया। कुछ बसों को दादरी व नोएडा के सेक्टर 37 से जोड़ दिया गया। इससे लोकल बस सेवा में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ गई। इससे टिकटों से होने वाली आमदनी भी बढ़ गई। इसका पुष्टि इस बात से हो रही है कि जनवरी माह में टिकटों से 20 हजार रुपये आमदनी हुई थी और मई माह में टिकटों से 1.94 लाख रुपये मिले, जबकि सीईओ के निर्देश पर 17 जून से नोएडा व दादरी को जोड़ते हुए बसें चलने लगीं तो 17 जून से 04 जुलाई के बीच के 18 दिनों में ही यात्री टिकटों से आमदनी बढ़कर 2.66 लाख रुपये हो गई। इससे प्राधिकरण को घाटे की भरपाई और कम करनी पड़ रही हैै। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ की मंशा है कि इन बसों का दायरा और बढ़ाया जाए। आसपास के एरिया को भी लोकल बस सेवा से जोड़ दिया जाए। उन्होंने रोडवेज अधिकारियों को आसपास के प्रमुख स्थलों को जोड़ते हुए बस रूटों का अध्ययन करने के निर्देश दिए हैं।

सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने अपने बयान में कहा कि, ‘ग्रेटर नोएडा व ग्रेनो वेस्ट के निवासियों को आवागमन की सुविधा प्रदान करने के लिए लोकल बस सेवा शुरू की गई है। यात्री बेझिझक इन बसों में सफर कर सकते हैं। अगर कोई दिक्कत लगे या फिर कोई सुझाव हो तो प्राधिकरण को जरूर बताएं। लोकल बस सेवा से आसपास के और भी प्रमुख स्थलों को जोड़ने की कोशिश की जाएगी।‘ सुरेन्द्र सिंह, सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण व मेरठ मंडलायुक्त’

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