85 लोगों को ग्रेटर नोएडा में मिला खुद का आशियाना, प्राधिकरण को मिलेंगे 50 करोड़

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की निर्मित आवासीय भवनों की योजना का ड्रा बुधवार को संपन्न हो गया। 58 और आवेदकों का ग्रेटर नोएडा में खुद का आशियाना होने का सपना पूरा हो गया। इस योजना के 113 भवनों के सापेक्ष 85 भवनों का आवंटन हो गया, जिसमें 63 भवनों का आवंटन एकमुश्त भुगतान के तहत हुए हैं। इससे प्राधिकरण को 50 करोड़ रुपये से अधिक की आमदनी होगी, जिसमें से करीब 40 करोड़ रुपये 90 दिनों के भीतर एकमुश्त प्राप्त हो जाएंगे। इस योजना से बचे भवनों की स्कीम अगले माह फिर से लांच की जाएगी।

दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बीते नवंबर माह में सेक्टर ज्यू वन, टू व थ्री में 120 व 200 वर्ग मीटर के 113 निर्मित भवनों की योजना लांच की थी। सेक्टर ज्यू वन में 200 वर्ग मीटर के 12 भवन, ज्यू टू में 120 वर्ग मीटर के 15 और ज्यू थ्री में 120 वर्ग मीटर के 86 भूखंड हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर इस योजना का ड्रा मंगलवार से शुई किया गया और बुधवार को संपन्न हुआ। पहले दिन 27 व दूसरे दिन 58 निर्मित भवनों का ड्रा किया गया। इस तरह कुल 85 भवनों का आवंटन हो गया। खास बात यह है कि इन 85 में से 63 भवनों का आवंटन एकमुश्त भुगतान पर हुआ है, सिर्फ 22 भूखंड ऐसे हैं, जिनके आवंटन छमाही किस्तों पर हुए हैं। इन 87 भवनों से प्राधिकरण को 50 करोड़ रुपये से अधिक आमदनी होगी, जिसमें से करीब 40 करोड़ रुपये प्राधिकरण को 90 दिनों के भीतर प्राप्त हो जाएंगे। प्राधिकरण की तरफ से सभी सफल आवंटियों को शीघ्र ही ईमेल के जरिए पैसे जमा करने के लिए पत्र भेजे जाएंगे। इस योजना से बचे भवनों की स्कीम अगले माह फिर लांच की जाएगी। वहीं, बुधवार को भी ड्रा के दौरान प्राधिकरण ने पूरी पारदर्शिता बरती है। आवेदनकर्ताओं की पर्ची ड्रम में डाली जाती थी और आवेदकों में से किसी एक आवेदक को बुलाकर उसी से पर्ची निकालवाई जाती थी। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई। प्राधिकरण के सोशल मीडिया एकाउंट पर लाइव प्रसारण भी किया गया। प्रत्येक भूखंड के ड्रा से पहले सभी आवेदकों के नाम का एनाउंस किया गया। मौके पर मौजूद आवेदकों ने प्राधिकरण की इस पारदर्शी प्रक्रिया की सराहना की। ड्रा के दौरान प्राधिकरण के ओएसडी सचिन कुमार सिंह, जीएम प्रोजेक्ट ए.के. अरोड़ा, जीएम प्लानिंग मीना भार्गव, जीएम संपत्ति आरके देव, डीजीएम वित्त मोनिका चतुर्वेदी, एजीएम केके यादव, प्रबंधक वसी खान आदि मौजूद रहे।

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