ग्रेटर नोएडा की गोशाला को सुन्दर बनाएगी यह संस्था, प्राधिकरण के साथ हुआ अनुबंध

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा की जलपुरा स्थित गोशाला मॉडल गोशाला के रूप में विकसित होगी। इसका सौंदर्यीकरण किया जाएगा। लोग इस देखने आ सकेंगे। गोबर व गोमूत्र से तमाम उत्पाद बनाए जाएंगे। इन उत्पादों की बिक्री से प्राप्त धनराशि इस गोशाला के रखरखाव पर खर्च की जाएगी। 01 जनवरी से इस गोशाला का संचालन ध्यान फाउंडेशन करेगा। बुधवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण व एसीईओ दीप चंद्र की मौजूदगी में इसका अनुबंध किया गया। अभी तक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इस गोशाला का संचालन कर रहा है।

ध्यान फाउंडेशन मूल रूप से दिल्ली की संस्था है। यह 2002 में बनी है। गुरुग्राम व नोएडा के बाद अब यह संस्था ग्रेटर नोएडा के गोशाला का संचालन करेगी। गोशाला के गोवंशों की देखरेख करेगी। इस गोशाला में लगभग 1750 गोवंश हैं। अनुबंध के मौके पर सीईओ नरेंद्र भूषण ने गोशाला को मॉडल गोशाला बनाने के लिए प्राधिकरण की तरफ से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया गया। ध्यान फाउंडेशन की वॉलेंटियर रुचि काले व योगेंद्र सरोहा ने बताया कि उनकी संस्था देश भर में 47 गोशालाएं संचालित कर रही है। 70 हजार से अधिक मवेशियों की देखरेख की जा रही है। इन गोशाला की गोवंशों की नियमित देखभाल के लिए 2000 से अधिक लोग रखे गए हैं। उन्होंने बताया कि गोशाला को और सुंदर बनाने के लिए कई प्रयास किए जाएंगे। तमाम लोग रोजाना गोवंशों को छूना शुभ मानते हैं। वे यहां आ सकेंगे। उनको खाना खिला सकेंगे। इस गोशाला से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा, ताकि इसे जनसहभागिता से बहुत अच्छी तरीके से संचालित किया जा सके। रुचि काले ने बताया कि गोमूत्र से फिनायल, गाय के गोबर से उपले, घी वाले दीये जैसे तमाम उत्पाद बनाए जाते हैं। लोग इन उत्पादों को खरीद सकते हैं। उससे प्राप्त रकम को गोशाला के संचालन में खर्च किया जाएगा। अनुबंध के मौके पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के डीजीएम वित्त एचपी वर्मा, डीजीएम केआर वर्मा व सलिल यादव आदि मौजूद रहे।

Share