गलगोटियाज कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के विज्ञान विभाग के तत्वावधान में द ग्रीन एनवायरनमेंट क्लब ने बिसलेरी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से बॉटल फॉर चेंज प्लास्टिक मैनेजमेंट एंड रिसाइक्लिंग विषय पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के द्वारा विज्ञान विभाग के संकाय सदस्यों डॉ राजेश त्रिपाठी एचओडी विज्ञान विभाग, डॉ बिपिन श्रीवास्तव, डॉ इंदु त्यागी, डॉ मंजू कश्यप, डॉ अनुराधा साहा, और प्रतीक्षा भाटिया ने पर्यावरण संरक्षण और संरक्षण के महत्व के बारे में छात्रों और कर्मचारियों के बीच जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी ली।
कॉलिज के निदेशक डॉ0 बृजेश सिंह ने कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए कहा कि आज प्लास्टिक कचरा एक बहुत बड़ी समस्या बन गया है क्योंकि यह लगभग 100 वर्षों तक भी नहीं गलता है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक कचरे के रूप में फेंक दिया जाता है जिससे भूमि पानी वायु समुद्री जीवन जानवर और इंसान भी ग्रसित होते है। प्लास्टिक के खतरे को रोकने के लिए पुन उपयोग और पुनर्चक्रण ही एकमात्र उपाय है। इस समाधान के उद्देश्य और बदलाव के लिए बोतलें की वरिष्ठ कार्यकारी मधुबाला शर्मा और बिसलेरी इंटरनेशनल के सीएसआर टीम के सदस्य शुभम त्रिपाठी ने कॉलेज का दौरा किया और ग्रीन एनवायरनमेंट क्लब के सदस्यों के साथ निदेशक डॉ बृजेश सिंह से मुलाकात की। उन्होंने प्लास्टिक कचरे के सही इस्तेमाल के बारे में जागरूक करने के लिए कॉलेज के संकाय सदस्यों और सफाई कर्मचारियों के साथ बातचीत की। उन्होंने कॉलेज के सफाई कर्मचारियों से प्लास्टिक कचरे को अन्य सभी कचरे से अलग रखने के लिए प्रेरित किया। ताकि प्लास्टिक कचरे को रीसाइक्लिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सके और उन्हें अपने घरों में भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया। और साथ ही सभी संकाय सदस्यों को बिसलेरी इंटरनेशनल के प्लास्टिक संग्रह ऐप बॉटल्स फॉर चेंज से परिचित कराया। डॉ0 विपिन श्रीवास्तव ने कहा क्लिब को उम्मीद है कि ये छोटे छोटे कदम भविष्य की पीढ़ी के निर्माण में मदद करेंगे जो प्रकृति के प्रति जागरूक और देखभाल करने वाली हो।