ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के रिसर्च एंड डवलपमेंट सेल ने पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर व्याख्यान सत्र का शुभारंभ डॉ मोहित साहनी ने किया और कहा कि आज के ही दिन चंद्रयान-3 ने सफलतापूर्वक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी।इस ऐतिहासिक उपलब्धि को याद करते हुए आज के दिन को नेशनल स्पेस डे के रूप में मनाया गया। इस वर्ष की थीम चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना है, जो देश के अविश्वसनीय अंतरिक्ष अन्वेषण इतिहास का सम्मान करता है।
विश्वविद्यालय के डीन रिसर्च डॉ भुवनेश कुमार ने कहा कि चंद्रमा पर विक्रम लैंडर ने कदम रखा था। भारतीय अंतरिक्ष मिशन का यह बेहद खास पड़ाव था, क्योंकि लैंडर विक्रम में चंद्रमा के जिस दक्षिणी हिस्से में सॉफ्ट लैंडिंग की थी वहां किसी ने भी इससे पहले लैंडिंग नहीं की थी। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए यह मील का पत्थर साबित होने वाला प्रोजेक्ट साबित हुआ है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य यही कि हमारे छात्र स्पेस की ज्यादा ज्यादा जानकारी मिले उन पर शोध करके अगले आयाम पर ले जाए।
कार्यक्रम में लघु उद्योग भारती के प्रेसिडेंट संजय बत्रा ने कहा कि भारत स्पेस एज में कदम रख चुका है,अंतरिक्ष में रॉकेट उड़ा रहा है। सूर्य का गहन अध्ययन करने के लिए आदित्य एल वन मिशन रवाना कर चुका है। अगले साल स्पेस में अंतरिक्ष यात्री भेजने की दिशा में काम हो रहा है।
इस दौरान डॉ मुनेंद्र सिंह, डॉ अशोक कुमार,डॉ जयदेव शर्मा,डॉ अविनाश कुमार,डॉ संध्या गुप्ता समेत प्रोफेसर मौजूद रहे।