टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (10 जनवरी 2024): ग्रेटर नोएडा से बड़ी खबर सामने आई है। आज बुधवार को दिन निकलते ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का बुलडोजर तुस्याना भूमि घोटाले के मुख्य आरोपी राजेन्द्र मकोड़ा की संपत्ति पर चला। जिसमें ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सरकारी जमीन पर बनी हुई राजेन्द्र मकोड़ा की पांच मंजिला अवैध बिल्डिंग को तोड़ डाला।
बता दें कि तुस्याना भूमि घोटाले के मुख्य आरोपी राजेंद्र मकोड़ा की बीते शुक्रवार की शाम को हार्ट अटैक आने की वजह से मौत हो गई। फिर शनिवार को सबसे पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने राजेंद्र मकोड़ा के दो दुकानों को सील किया। जिसकी कीमत करोड़ों में है। अब तक राजेन्द्र मकोड़ा की तेरहवीं तक नहीं हुई है। इसे पहले ही बुधवार की सुबह दिन निकलते ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी लाव-लश्कर लेकर पहुंचे और कैलाश अस्पताल के पास (नॉलेज पार्क-1) में बनी राजेन्द्र मकोड़ा की कॉमर्शियल बिल्डिंग (मॉल) को बुलडोजर लगाकर तोड़ डाला।
ग्रेटर नोएडा के गांव तुस्याना भूमि घोटाला 150 करोड़ से भी बड़ा घोटाला है। जिसमें 175 बीघा रकबा था और जिसपर अवैध रूप से कब्जा कर हड़पा गया। इसी तुस्याना कांड से आरोपी राजेन्द्र मकोड़ा चर्चित हुआ था। उसी भूमि घोटाला कांड में भारतीय जनता पार्टी के एमएलसी नरेन्द्र भाटी का भाई कैलाश भाटी भी अरोपी है। इस मामले पर एक सामाजिक कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठन की ओर से थाना इकोटेक-3 में एफआईआर दर्ज कराई थीं जिसके बाद इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल की गई।
जांच-पड़ताल में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के पूर्व मैनेजर कैलाश भाटी पर आरोप है कि तुस्याना गांव में फर्जी तरीके से भूमि आवंटित किए गए थे। जब यह घोटाला हुआ उस समय कैलाश भाटी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर तैनात थे। अब इस मामले में लंबी जेल काटने के बाद कैलाश भाटी इन दिनों जमानत पर रिहा है।।