जनसंपर्क अभियान कार्यक्रम में विपक्ष पर जमकर बरसे लोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा, कहा – पार्टी टिकट दे ना दे, कहीं नहीं जाऊंगा

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (27 अगस्त 2023): गौतमबुद्ध नगर के लोकसभा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा अपने संसदीय क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान के तहत लोगों से मिल रहे हैं और संवाद कर रहे हैं। लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं और उसके निस्तारण के साथ-साथ प्रमुख कार्यों एवं सरकार की प्रतिबद्धता और विकास की सकारात्मक सोच से उन्हें अवगत करा रहे हैं।

इसी क्रम में रविवार को जनसंपर्क अभियान के तहत लोकसभा सांसद दादरी पहुंचे और एक नवनिर्मित रोड का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से भी संवाद किया।

अपने संबोधन में डॉ महेश शर्मा ने कहा कि, “सौभाग्य है मेरा कि मुझे मेरी कर्मभूमि की माटी में काम करने का मौका मिला। और यहां की जनता ने आपलोगों ने बहुत प्यार दिया और मुझे पार्टी ने भी बहुत दिया। किसी को भी पार्टी या क्षेत्र के लोगों ने इतना प्यार नहीं दिया जितना मुझे दिया। 75 साल हो गए देश को आजाद हुए, लोकसभा का टिकट दिया 14 हजार वोट से हार गए। पार्टी ने विधानसभा का टिकट दे दिया, कुल 46 विधायक जीते थे पूरे प्रदेश में उनमें से आपने हमें जीता दिया। फिर पार्टी ने 10 महीने विधायक रहने के बाद लोकसभा का टिकट दे दिया।”

“लोकसभा में जीतने के बाद पार्टी ने चार- चार विभाग का स्वतंत्र प्रभार का मंत्री बना दिया। आजाद भारत में पहली बार का सांसद चार विभाग का मंत्री बनने वाला इकलौता सांसद में हूं। उसके बाद दोबारा सांसद बना दिया।”

विपक्षियों पर तंज कसते हुएलोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा ने कहा कि ” कुछ लोग गाल बजा रहे हैं, कुछ लोग कह रहे हैं कि साहब! मुझे इंडिया पार्टी से टिकट मिल रहा है। 14 वर्ष की उम्र से 64 का हो गया हूं, 50 साल से जिस पार्टी में खूंटे की तरह गड़ा हुआ हूं, 50 साल से एक ही पार्टी, एक ही भारत माता, एक ही स्वयं सेवक संघ, एक ही जनसंघ।” उन्होंने आगे कहा कि ” वो कह कौन रहे हैं जो खुद राहुल गांधी को मोटरसाइकिल से घुमा रहे थे, जो बाग -बाग का पानी पिए हुए हैं।, अरे शर्म तो करो अपना मुंह आइना में देख लो, अपना इतिहास तो देख लो ऐसे लोगों का जवाब ही नहीं देता।”

विपक्षियों पर जोरदार हमला बोलते हुए लोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा ने कहा कि ” हर भौंकने वाले कुत्तों को देखना जरूरी तो नहीं होता। कुछ लोगों की फितरत खराब होती है। सुअर को आप किसी मिठाई के दुकान पर ले जाओ वो ऊपर मिठाई को नहीं देखता, वो वहीं देखता है जहां लोग खा -खाकर फेंकते हैं। कुछ की फितरत होती है, वो वहींर देखते हैं। पार्टी मुझे टिकट दे या ना दें मैं पार्टी छोड़कर जाने वाला नहीं हूं। और 50 साल का मेरा ये इतिहास है। मैंने कभी धर्म और जाति की राजनीति नहीं की। जो लोग जाति की राजनीति करते हैं वो इस भ्रम को छोड़ दे। अब यहां 27 लाख वोट हो चुके हैंमैं पहली बार जब चुनाव हारा था तो कुल वोट ही 14 लाख थे अब दोगुना वोट हो चुके हैं।” जाति की राजनीति करने वालों पर हमला बोलते हुए कहा कि ” कुछ लोग कहते हैं कि त्यागी नाराज हो गए हार जाएंगे, दूसरे ने कहा कि नोएडा में त्यागी ही कुल 9,000 हैं तो कैसे हरा लोगे।”

टिकट के दावेदारों पर भी बोला हमला

गौतमबुद्ध नगर से टिकट की दावेदारी पेश करने वालों पर हमला बोलते हुए डॉ महेश शर्मा ने कहा कि “कुछ लोग कह रहे हैं कि साहब मुझे टिकट मिल गया। पहले मैं अधिकारी था अब मुझे टिकट मिलेगा, मैं ठाकुर हूं और सारे ठाकुरों मुझे वोट देना।” तो देखिए ऐसा है ” दूध बाप के पास मांगेगा तो लात पड़ेगी, दूध पीना है तो मां के पास जाना होगा। समर्थक तो आपका हो सकता है लेकिन टिकट तो कहीं और से बंटना है। तो पहले वहां जाओ ना यहां क्या गीत गा रहा है? मैं किसी से नहीं कह रहा कि टिकट मेरी पक्की है लेकिन जो कह रहे हैं उनसे पूछो कि तुम क्यों कह रहे हो। साढ़े तीन लाख वोट से पिछली बार जीता, उससे पहले 2 लाख 70 हजार वोट से जीता था।”

आखिरी में उन्होंने कहा कि ” मैंने अपने क्षेत्र के लिए जो किया है, 50हजार करोड़ का प्रोजेक्ट का काम अपने क्षेत्र में हमने किया है। मोदी जी जैसे प्रधानमंत्री मिले हैं यह देश का सौभाग्य है। देश का भाग्य बदलने वाला नेतृत्व मिला है। धर्मात्मा के रूप में पीएम मोदी देश को मिले हैं। कोरोना के समय में 80 करोड़ लोगों को निशुल्क अनाज मुहैया कराना ये कोई सोच भी नहीं सकता। एक समय में विश्व की अर्थव्यवस्था में हमारा योगदान 72 फीसदी था और आज हम 3 फीसदी पर आ गए हैं। जबकि उस समय 72 फीसदी योगदान था तो ना हवाई जहाज थी, ना कोई गाड़ी था बस था क्या गाय और दो जोड़ी बैल। आज फिर आरएसएस ने गाय को भारत की आर्थिक समृद्धि का कारक बनाने का प्रोजेक्ट लिया है और कार्य शुरू कर दिया है।”

बता दें कि डॉ महेश शर्मा बीजेपी के उन वरिष्ठ नेताओं में शुमार किए जाते हैं जिनपर पार्टी आलाकमान आंख बंद कर भरोसा करती है। और डॉ शर्मा सदैव उन भरोसों पर खड़ा उतरते भी दिखते हैं चाहे वह गौतमबुद्ध नगर के सांसद के रूप में हो या फिर केंद्र में मंत्री के रूप में या पार्टी के एक सिपाही के तौर पर अलग अलग राज्यों में विधानसभा चुनाव प्रभारी के रूप में। डॉ महेश शर्मा ने सदैव पार्टी आलाकमान के निर्णयों पर खड़ा उतर स्वयं को पार्टी का एक सच्चा सिपाही के रूप में साबित किया है।।

 

Share