दिल्ली पब्लिक स्कूल, नॉलेज पार्क-V, ग्रेटर नोएडा वेस्ट ने दिनांक 25 नवंबर, 2022 को अपना पहला वार्षिकोत्सव अत्यंत हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मीराबाई के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका मीरा-मर्म रहा जिसमें नृत्य, गीत-संगीत व अभिनय कला का अनूठा संगम देखने को मिला|
कार्यक्रम के शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि वी.के. शुंगलू -अध्यक्ष डी.पी.एस. सोसाइटी ( पूर्व आई.ए.एस अधिकारी व पद्म भूषण से सम्मानित), मधु शुंगलू, मिस वृंदा स्वरुप- अध्यक्ष, डी.पी. एस. के.पी.-V (पूर्व आई.ए.एस अधिकारी), विशिष्ट अतिथि डॉ. किरण दातार (सलाहकार राष्ट्रीय ज्ञान आयोग, भारत सरकार), संजय कॉल (भारत सरकार द्वारा गठित अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन टास्क फोर्स), मिस वनिता सहगल-कार्यकारी निर्देशिका, एच.आर.डी. सी, डी.पी.एस.सोसाइटी, प्रिंस वर्गीस- निदेशक, एच.आर.डी. सी, डी.पी.एस.सोसाइटी, ने अपनी विनम्र उपस्थिति से इस समारोह की शोभा बढ़ाई ।
निदेशक, रेनू चतुर्वेदी व अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य अतिथियों द्वारा औपचारिक दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए विद्यालय के प्रतिभाशाली छात्रों ने बल्लभाचार्य जी की अप्रतिम रचना ‘मधुराष्टकम’; को अधुरम-मधुरम नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। नृत्य के दौरान सभागार में उपस्थित सभी अतिथिगण कृष्ण की मधुर भक्ति व प्रेमरस में डूब मंत्रमुग्ध हो उठे। तत्पश्चात विद्यालय के प्रतिभाशाली छात्रों द्वारा समूह गायन प्रस्तुत किया गया|
निदेशक महोदय ने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए उनमे छिपी प्रतिभा को उजागर करने के साथ -साथ उन्हें यथासंभव अधिक से अधिक क्षेत्रों में अपनी पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने दोहराया कि छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ उनमें नैतिक मूल्यों का विकास करना, आत्मविश्वास के भाव जागृत करना अथार्त सर्वांगीण विकास पर बल देना विद्यालय का प्रमुख उद्देश्य है।
मिस वृंदा सरूप ने शिक्षार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि दिल्ली पब्लिक स्कूल, नॉलेज पार्क V ज्ञानार्जन का प्रमुख केंद्र है, जहाँ सीखने व सिखाने का आनंदमय प्रयास निरंतर चलता है। छात्रों की अधिग्रहण क्षमता को पोषित करने के साथ-साथ उनमें नैतिक मूल्यों का संचार करते हुए व शिक्षार्थियों के सर्वांगीण विकास पर बल देते हुए उनके संपूर्ण व्यक्तित्व का परिमार्जन किया जाता है।
समारोह का मुख्य आकर्षण था नृत्य नाटिका ‘मीरा-मर्म’ । भक्तिकालीन प्रसिद्ध संत, कवयित्री, कृष्ण की एक महान उपासक व सादगी की मूरत मीरा बाई, जिन्होंने जनमानस के जीवन को प्रेम-भक्ति व आस्था के रंगों से सराबोर कर दिया। अपने गिरधर श्री कृष्ण के भजन गाती, झूमती नाचती मीरा की प्रेम और भक्ति का एक नवीन पक्ष भी दर्शकों के सामने उजागर हुआ। मीरा के जीवन से जुड़े विभिन्न आयामों को नाटिका के माध्यम से दर्शाते हुए छात्रों ने मीरा के जीवन से मिलने वाले संदेशों को एक नवीन एवं विशेष दृष्टिकोण प्रदान किया ।
नृत्य नाटिका ‘मीरा- मर्म’ में भारतीय संस्कृति के रंग-बिरंगे स्वरूपों को गनगौर, गरज -गरज, घूमर, छाऊ जैसे अनेक नृत्य रूपों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया| नृत्य नाटिका देखने के पश्चात उपस्थित दर्शकगण भावुक हो उठे तथा मीराबाई के सुमधुर भक्ति रस में सराबोर व मंत्रमुग्ध हो गए ।
समारोह के अंत में मुख्य अतिथि वी.के. शुंगलू ने छात्रों को सशक्त व आत्मनिर्भर बनने की सीख दी तथा माननीय अतिथि डॉ. किरण दातार ने छात्रों की भूरि-भूरि प्रशंसा कर उनका उत्साहवर्धन करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की ।
अंत में उप प्रधानाचार्य डी.एस.यादव द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया एवं राष्ट्र गान द्वारा इस भव्य समारोह का समापन किया गया |