ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अपने दफ्तर में प्रवेश पर लगाए प्रतिबंध, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की कोशिश

Gnida

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में दलालों का प्रवेश रोकने के लिए एक अहम फैसला लिया है। अब प्राधिकरण दफ्तर में सुबह 10 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक पास से ही प्रवेश मिलेगा। अगर इस समयावधि के बाद भी कोई दफ्तर में प्रवेश करना चाहता है तो उसे संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष से अनुमति लेनी होगी। बृहस्पतिवार से ही यह व्यवस्था लागू हो गई है।

भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने व दलालों का प्रवेश रोकने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह के निर्देश पर पास व्यवस्था को अनिवार्य कर दिया गया है। अब बिना पास के किसी भी व्यक्ति को दफ्तर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।

प्राधिकरण के एसीईओ अमनदीप डुली ने बताया कि अब सुबह 10 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक ही आगंतुकों को प्रवेश मिलेगा। आगंतुकों का पास बनवाने के लिए गेट नंबर दो पर ही काउंटर बनाया गया है, जिसमें नाम पता, मोबाइल नंबर व किस काम से आए हैं, ये ब्योरा भरा जाएगा। पास बनने के बाद ही वे अपना निजी वाहन अंदर ला सकेंगे। ई-पास की व्यवस्था पहले से ही चल रही है। आगंतुक ई-पास अपने कंप्यूटर पर घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं। इसका लिंक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट पर विजिटर मैनेजमेंट सिस्टम के नाम से दिया गया है, जिस पर क्लिक करते ही यूजर नेम व पासवर्ड का ऑप्शन आ जाएगा। इसे भरकर क्लिक करने पर ई-पास बन जाएगा। आप इसका प्रिंट ले सकते हैं। ई-पास से भी सुबह 10 से 12.30 बजे तक ही प्रवेश मिलेगा। इस अवधि के बाद अगर किसी व्यक्ति को दफ्तर में प्रवेश करना हो तो उसे संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष से अनुमति लेनी होगी। हर विभाग के विभागाध्यक्ष को एक रजिस्टर रखना होगा, जिसमें 12.30 बजे के बाद आने वाले व्यक्ति का ब्योरा लिखा जाएगा। वह किस काम से आया है, इसका भी जिक्र होगा।

प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि प्राधिकरण में दलालों का प्रवेश रोकने, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और आम जनता से जुड़े कार्यों को शीघ्रता से निपटाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इससे अधिकारियों व कर्मचारियों को किसानों व आवंटियों के कार्यों को करने के लिए अधिक समय मिल सकेगा।

Share