“टेन न्यूज़ के आदित्य काव्यांजलि” के सौ एपिसोड पूरे होने पर शतकीय काव्य समारोह का आयोजन।

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (8 अगस्त 2022): टेन न्यूज नेटवर्क पर प्रसारित होनेवाली लोकप्रिय एवं बहुचर्चित कार्यक्रम डॉ कुमार आदित्य द्वारा संचालित ” आदित्य काव्यांजलि ” के सौ एपिसोड पूरे होने के प्रांजल एवं हर्षपूर्ण अवसर पर आदित्य काव्यांजलि एवं टेन न्यूज के संयुक्त प्रयासों से बिमटेक संस्थान परिसर में भव्य कार्यक्रम ” शतकीय काव्य समारोह” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर हरवंश चतुर्वेदी निदेशक बिमटेक उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की मंगल शुरुआत मुख्य अतिथि एवं क़वियों द्वारा दीप प्रज्ववलन से की गई, जिसके बाद मंच पर उपस्थित सभी शब्द सारथियों, शब्द प्रहरियों एवं प्रख्यात कवियों को शॉल, दोपट्टा एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर उन्हें सम्मानित एवं उनका स्वागत किया गया।

 

कार्यक्रम का संचालन प्रख्यात कवि, मंच संचालक डॉ कुमार आदित्य ने किया, इस भव्य काव्य रस की संगम में हिन्दी के अलग अलग रस के कुल दस कवियों ने अपने शानदार एवं मोहक प्रस्तुति से उपस्थित सभी सुधीर श्रोताओं का मन मोह लिया।

कार्यक्रम को प्रारंभ करते हुए पहले कवि के रूप में प्रेम रस के चर्चित कवि ‘आशीष प्रकाश’ ने अपने चुटीले अंदाज में श्रोताओं को मन मोहा।
” एक पुरानी सी याद लौटी है,लाल जोरे में साथ लौटी है,
हाथ में लेके गैर की मेहंदी, कितने सावन के बाद लौटी हो।”

इसी क्रम में अगले कवि के रूप में डॉ राजीव पांडे ने अपने साहित्यिक अंदाज में श्रोताओं को भावविभोर कर दिया , उन्होंने अपनी काव्य कलाओं का परिचय देते हुए मंच पर ही चार पंक्ति जोड़कर सुनाई।
” आदित्य की काव्यांजलि, टेन न्यूज पुष्पांजलि,
कवियों की स्वरंजली डूब के नहाइए, ऑनलाइन सबने अबतक निहारा था, ऑफलाइन सागर से मोतियों को पाइए।”

 

कार्यक्रम के अगले कड़ी में तीसरे कवि के रूप में हास्य कवि ‘राहुल जैन’ ने मंच से अपने हास्य रसों के शानदार प्रस्तुति से श्रोताओं को आनंदित किया।

” कंचन संग कमनीय बदन था, और गुलाबी गाल था,
क्या बतलाऊँ उसकी फोटो देख मेरा क्या हाल था,
चैटिंग में सब सेटिंग हो गई, मीटिंग का जब प्लान किया,
जिसका पूजा समझ के पूजा…”

इसी क्रम में मंच पर उपस्थित बहुचर्चित कवि मुकेश शर्मा ने अपने प्रस्तुतियों एवं काव्य पंक्तियों से श्रोताओं को खूब आंनदित किया।

“जब रूप सरोवर में नहाता है, चाँद पानी में उतर आता है,
खुद तो चला जाता है शीतल होकर, आग पानी में लगा जाता है।”

कार्यक्रम के भव्य काव्य यात्रा में अगले पड़ाव के रूप में रजनी श्रीवास्तव ने अपने सुरीले काव्य रचनाओं से श्रोताओं के हृदय को स्पंदित कर दिया और मानो की पूरा परिसर एक भाव में विभोर होकर उन्हें सुन रहा हो।

“लाख तूफान से लड़कर तुम्हारे लिए, हाँ मोहब्बत में पड़कर तुम्हारे लिए,
आज तुमने पुकारा तो हम आ गए, हर किसी से लड़कर तुम्हारे लिए।”

अगले कड़ी में वीर रस के ओजस्वी कवि मनोज चौहान ने अपनी शानदार प्रस्तुति से सभी श्रोताओं में देशभक्ति, राष्ट्रप्रेम एवं ओजस्विता के रस का प्रवाह किया।

“वतन की आन जिंदा है, वतन की शान जिंदा है,
मिटादूँ दुश्मनों को दिल में ये आवाज जिंदा है,
हमारे देश के दुश्मन, हमारी बात को सुनले,
अभी तक हमारे खून में दिल्ली का वो चौहान जिंदा है।”

कार्यक्रम अपनी मन्दगति से यात्रा कर रही और इस बीच अगले पड़ाव के रूप में श्रृंगार रस के चर्चित कवि डॉ प्रशांत देव मिश्र ने अपने प्रेम गीतों से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।

“इश्क होने की कोई सुरत नहीं,आज हमको किसी की जरूरत नहीं,
भूल जाऊं मैं दुनिया को तेरे लिए, दिलरुबा तू इतनी खूबसूरत नहीं।”

 

काव्य यात्रा की इस मधुर क्षण में अगली कवयित्री नमिता नमन ने अपने मधुर एवं सुरीले संगीतों से सभी सुधीर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।

“फूल मन में खिले तो चमन खो गए, पंख जैसे खुले तो गगन खो गए,
प्यार में झुके तो नमिता हुए, पा लिया तुम्हें तो नमन हो गए”

संध्याकाल की मधुर बेला में आयोजित भव्य कार्यक्रम के अवनति काल मंच पर प्रख्यात हास्य कवि रसिक गुप्ता ने अपने हास्यकलाओं से श्रोताओं को खूब आंनदित किया, और उन्हें खूब हंसाया। और दिल्ली के प्रदूषण को लेकर उन्होंने शानदार पंक्ति पढ़ी।

“कुदरत ने सृष्टि चक्र संभाला नहीं होता,रातों में तिमिर-तिमिर उजाला नहीं होता
कितना भी सिर झुकालो किसी तीर्थ पर मगर,
माँ-बाप से बढ़कर किसी का भला नहीं होता”

अगले कड़ी में प्रसिद्ध कवि डॉ कुमार आदित्य ने अपने शानदार प्रस्तुति से सभी श्रोताओं का मन मोह लिया, उन्होंने महिला सम्मान में कविता पढ़ी।

“जिस नारी ने जन्म दिया है, हम उसका सम्मान करें।”

कार्यक्रम में विशिष्ट मेहमान कवि डॉ उदय नारायण मिश्र बेबाक ने अपने ओजस्वी काव्य शैली से सभी श्रोताओं को ऊर्जस्वित कर दिया, और उनके काव्यपाठ के बाद पूरा हॉल “भारत माता की जय” के नारों से गुंजायमान हो गया।

आपको बता दें कि इस साहित्यिक शतकीय काव्य समारोह में खूब जमा कवियों का रंग, प्रारम्भ से आखिरी तक काव्यरस में डूबे दिखे श्रोता। इस दौरान “टेन न्यूज” की ओर से मुख्य अतिथि डॉक्टर हरवंश चतुर्वेदी निदेशक बिमटेक ने डॉ कुमार आदित्य को उनके कार्यक्रम ” आदित्य काव्यांजलि” के सौ एपिसोड पूरे होने पर प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया, साथ ही उन्हें उनके भविष्य के लिए मंगलपूर्ण बधाई दी।

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