ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने कॉन्ट्रैक्टरों को चेतावनी दी है कि सभी तरह के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से कतई समझौता न करें। विकास कार्यों की गुणवत्ता में खामी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इन कार्यों की गुणवत्ता की नियमित जांच कराई जाएगी। अगर प्राधिकरण का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी परेशान करता है तो उसकी सूचना तत्काल सीईओ को दें। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा में विकास कार्यों से जुड़े कॉन्ट्रैक्टरों के साथ बैठक की, बड़ी संख्या में कॉन्ट्रैक्टर शामिल हुए। सीईओ ने कहा कि ग्रेटर नोएडा की पहचान विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर से है। इसको और बेहतर बनाने की जरूरत है। इसमें सभी का सहयोग जरूरी है। प्राधिकरण उनके बिलों का समय से भुगतान करेगा, लेकिन कॉन्ट्रैक्टरों को भी विकास कार्यों की गुणवत्ता को और दुरुस्त करना होगा। उन्होंने चेतावनी दी, कि किसी भी दशा में अगर विकास कार्यों की गुणवत्ता खराब करने की कोशिश की गई तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीईओ ने कहा कि अगर कोई परेशान करता है तो उसकी सूचना तत्काल दें। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीईओ ने कहा कि ग्रेटर नोएडा का इंफ्रास्ट्रक्चर जितना अच्छा होगा, उतना ही निवेश बढ़ेगा। जितना निवेश बढे़गा, उतना ही विकास कार्य भी होंगे, जिससे कॉन्ट्रैक्टरों को अधिक कार्य मिलेंगे। बैठक के दौरान कॉन्ट्रैक्टरों ने भी सीईओ को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। सीईओ ने उनकी सभी तर्कसंगत समस्याओं को शीघ्र निस्तारित करने का आश्वासन दिया। हालांकि इनमें से ज्यादातर समस्याओं का समाधान पहले कर दिया गया है। बैठक में शामिल प्राधिकरण के एसीईओ दीप चंद्र ने कहा कि किसी भी कार्य के लिए भले ही टेंडर के तय रेट से कम टेंडर न डालें, लेकिन गुणवत्ता से बिल्कुल समझौता न करें। बैठक में जीएम एके अरोड़ा, डीजीएम केआर वर्मा, वरिष्ठ प्रबंधक सलिल यादव, श्यौदान सिंह, मनोज धारीवाल व सुभाष चंद्रा, प्रबंधक जितेन्द्र यादव, वैभव नागर व गौरव बघेल आदि मौजूद रहे।