एक्सप्रेसवे पर हादसा रोकने के लिए आईआईटी दिल्ली ने दिए 17 सुझाव, 16 सुझावों पर लगी मुहर

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (29/05/2022): यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह ने शुक्रवार को यमुना एक्सप्रेसवे का निरीक्षण कर सुरक्षा उपाय की जांच की।

उन्होंने जेवर टोल प्लाजा पर चालान प्रक्रिया में सुधार के निर्देश दिए। तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण के लिए स्पीड गन और स्पीड कैमरों की संख्या दोगुना करने के भी निर्देश दिए।

एक्सप्रेस वे पर हादसे रोकने के लिए आईआईटी दिल्ली में 17 सुझाव दिए थे। इसमें 16 सुझावों पर का पूरा होने का जेपी इंफ्राटेक ने दावा किया है।

हालांकि मई की शुरुआत में तीन अलग-अलग हादसों में एक्सप्रेस वे पर 14 लोगों की मौत हुई थी।

एक्सप्रेसवे पर सीईओ ने जीरो पॉइंट से लेकर 140 किलोमीटर तक निरीक्षण किया। तेज रफ्तार वाहनों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए स्पीड गन की संख्या 3 से बढ़ाकर 6 करने और स्पीड कैंमरों की संख्या 40 से बढ़ाकर 80 करने के निर्देश दिए।

जेवर टोल प्लाजा पर चालान प्रक्रिया का निरीक्षण करने के बाद एक्सप्रेस-वे के साफ्टवेयर का यातायात विभाग के सॉफ्टवेयर के साथ इंटीग्रेशन करने का निर्देश दिया।

उन्होंने बताया कि क्रैम बीम बैरियर लगाने का काम जून तक पूरा हो जाएगा। निरीक्षण के दौरान उनके साथ एसीईओ मोनिका रानी, रवीन्द्र कुमार, महाप्रबंधक केके सिंह, जेपी इंफ्राटेक के अधिकारी मौजूद रहे।

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