ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, साफ-सफाई में लापरवाही पर कॉन्ट्रैक्टर पर 12.47 लाख का जुर्माना

Gnida

ग्रेटर नोएडा। समय से कूड़ा न उठाने पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग ने मैसर्स साईंनाथ पर 12.47 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। प्राधिकरण ने जुर्माने की रकम कॉन्ट्रैक्टर को होने वाले मासिक भुगतान में से कटौती कर लिया है। कूड़ा न उठाने के मामले में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए जागरुकता अभियान के साथ ही गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जनस्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक सलिल यादव के नेतृत्व में टीम सेक्टरों व गांवों में निरीक्षण कर रही है। इसी दौरान डेल्टा वन व टू, डीएम ऑफिस के पास, एच्छर, म्यू वन, तुगलपुर आदि जगहों का निरीक्षण के दौरान समय से कूड़ा न उठने की शिकायत मिली। इस पर जनस्वास्थ्य विभाग ने मैसर्स साईंनाथ कॉन्ट्रैक्टर पर 12.47 लाख रुपये का जुर्माना लगाया और जुर्माने की रकम कॉन्ट्रैक्टर को होने वाले मासिक भुगतान में से कटौती कर लिया है। सलिल यादव ने बताया कि समय से कूड़ा न उठाने के मामले में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। दरअसल मैनुअल स्वीपिंग के लिहाज से ग्रेटर नोएडा व ग्रेटर नोएडा वेस्ट को चार जोन में बांटा गया है। चार साल तक हर जोन की साफ-सफाई की जिम्मेदारी तीन कंपनियों पर है, जिसमें से दो जोन ( जोन टू व थ्री) के एरिया की साफ-सफाई का जिम्मा मैसर्स साईं नाथ पर है। सलिल यादव ने कहा कि ग्रेटर नोएडा की स्वच्छता के लिए जागरुकता अभियान के साथ ही गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने ग्रेटर नोएडावासियों से समय से कूड़ा न उठने पर प्राधिकरण के कॉल सेंटर नंबर (0120-2336046, 47, 48 व 49 ) पर कॉल करके सूचना देने की अपील की है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने ग्रेटर नोएडा के सेक्टरों व गांवों को और स्वच्छ बनाने में निवासियों से सहयोग मांगा है। घरों में गीले व सूखे कूड़े के लिए दो डस्टबिन रखने और कूड़े को डस्टबिन में ही डालने की अपील की है।

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