टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (06/04/2022): ग्रेटर नोएडा के लोग 2005 से गंगाजल की आपूर्ति का इंतजार कर रहे हैं यह गंगाजल गंग नहर के जरिए 85 क्यूसेक से गंगाजल लाने का प्रस्ताव 2005 में बना था लेकिन तमाम अड़चनों के चलते अगले 10 साल में भी इस परियोजना पर कुछ खास काम नहीं हुआ।
हालांकि अब तमाम अड़चनों के बाद लगभग 1 महीने बाद ग्रेटर नोएडा को गंगा जल उपलब्ध हो जाएगा । इसके लिए ग्रेटर नोएडा सीईओ सीईओ सुरेंद्र सिंह ने सभी बाधाओं को दूर करने का समय दिया है गंगा जल की आपूर्ति शुरू होने से भूजल दोहन रुकेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 2005 से लोग गंगा जल की आपूर्ति का इंतजार कर रहे हैं गंग नहर के जरिए 85 क्यूसेक गंगाजल लाने का प्रस्ताव 2005 में बना था लेकिन अभी तक इस पर कोई काम नहीं हो सका है बीजेपी के सत्ता में आने के बाद 2017 में इस परियोजना में तेजी आई थी। यह लगभग 800 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा।
2019 तक का लक्ष्य था ग्रेटर नोएडा को गंगा जल देने का
2019 में ग्रेटर नोएडा तक गंगाजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था सिंचाई विभाग ,एनटीपीसी, वन विभाग किसानों से विवाद के चलते यह काम रुका रहा । अब इन दिक्कतों को को धीरे-धीरे दूर किया गया है अब योजना का काम 95% तक पूरा हो चुका है, बचे हुए काम को पूरा करने के लिए तेजी लाई जा रही है।
देहरा से गंग नहर से ग्रेटर नोएडा तक गंगाजल लाना एक बड़ी बात मानी जा रही थी । इसके लिए 23 किलोमीटर की एक मुख्य लाइन डाली गई थी देहरा से बिसाडा तक टेस्टिंग हो चुके हैं ग्रेटर नोएडा तक पाइप लाइन जोड़ने का काम पूरा हो चुका है अधिकारियों ने नए साल में गंगा जल की आपूर्ति शुरू करने का दावा किया था जो कि पूरा नहीं हो पाया है।
पल्ला में जल शोधन यंत्र लगा हुआ है पिछले साल 22 दिसंबर को काम पूरा हो गया था लेकिन पल्ला गांव के किसान से शोधन यंत्र तक पानी नहीं जाने देते हैं यही कारण है कि गंगा जल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है अब यह भी बाधा दूर कर ली जाएगी ।