GIMS को AIIMS व SGPGI के स्तर पर ले कर आएगी यूपी सरकार, GIMS के स्थापना दिवस पर बोले मुख्य सचिव

आज दिनांक 25 फरवरी 2022 को राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा के अध्यक्ष व मुख्य सचिव, उ0प्र0शासन दुर्गा शंकर मिश्र तथा उपाध्यक्ष व प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग आलोक कुमार की उपस्थिति में गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के सभागार में संस्थान का 7वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास व धूमधाम से मनाया गया।

संस्थान के निदेशक डा0 ब्रिगेडियर राकेश गुप्ता द्वारा पौधा भेंट कर मुख्य सचिव का स्वागत किया तथा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 सौरभ श्रीवास्तव ने संस्थान के प्रमुख सचिव का तथा संकायाध्यक्ष ने कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेन्द्र भूषण का स्वागत किया।

कार्यक्रम के दौरान निदेशक डा0 ब्रिगेडियर राकेश गुप्ता से संस्थान की उपलब्धियों के बारे में लोगों को जानकारी दी। निदेशक ने यह भी बताया कि कोविड के दौरान संस्थान ने मरीजों की जो सेवा की उसी के फलस्वरूप संस्थान ने इतने कम समय में प्रदेश व देश में यह मुकाम हॉसिल किया है। प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने  मुख्य सचिव को बताया कि राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एस0जी0पी0जी0आई0 और एम्स जैसा बनने की क्षमता रखता है। साथ ही उन्होंने प्रदेश में मेडिकल के क्षेत्र में बढायी गयी एम0बी0बी0एस0 की सीटों की जानकारी के साथ ही परास्नातक व पैरामेडिकल पाठयक्रम के क्षेत्र में संस्थान के योगदान की भी सराहना की।

नरेन्द्र भूषण ने कहा कि इस क्षेत्र 2-2 एक्सप्रैस वे हैं व शीघ्र ही जेवर एयरपोर्ट भी बनने जा रहा है लेकिन चिकित्सा सुविधा के क्षेत्र में पी0जी0आई0 या एम्स जैसा कोई भी सरकार संस्थान नहीं है, जिम्स विगत 3 वर्षों से इस कमी को पूर्ण करने की कोशिश कर रहा है यदि शासन की दृढ इच्छाशक्ति व सहयोग से जिम्स बाकी की कमी भी पूर्ण कर लेगा।

मुख्य सचिव ने द्वारा नरेन्द्र भूषण, प्रमुख सचिव व निदेशक की बात को आगे बढाते हुए कहा कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा आने वाले दिनों में देश की वरन प्रदेश में औद्योगिक विकास का नया पर्याप बनेंगे। इसी के साथ उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में आ रही कमी की भरपाई के लिए जिम्स को एस0जी0पी0जी0आई0 व एम्स के समान बनाने का भरसक प्रयास करेगें। इसी कडी में मुख्य सचिव ने यह भी जोडते हुए कहा कि सरकार चिकित्सा के क्षेत्र में भी विकास को लेकर काफी गम्भीर है, सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले जिसके लिए सरकार हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए प्रयासरत है।

इसी के साथ ही मुख्य सचिव महोदय ने संस्थान के नर्सिंग कॉलेज का भी लोकार्पण करने के साथ ही संस्थान में कोविड के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले डा0 रश्मि उपाध्याय (रोगी देखभाल), डा0 मनीषा सिंह (शिक्षण कार्य) एवं डा0 विवेक गुप्ता (शोध कार्य) को स्मृति चिन्ह तथा एम0बी0बी0एस0 छात्रा कु0 भावना व रेवती को गोल्ड मेडल तथा वैभव श्रीवास्तव को सिल्वर मेडल तथा प्रगति द्विवेदी, अरिहन ओझा, अमिता सिन्हा, अद्विती सिंह, रितिका गुप्ता आदि मेधावी छात्रों को मेडल देकर सम्मानित किया। संस्थान में स्टोर कीपर के पद पर कार्यरत प्रवीन कुमार को भी नेपाल में 21 कि0मी0 मैराथन दौड में चतुर्थ स्थान पाने पर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। निदेशक ने मुख्य सचिव को बताया कि संस्थान की स्थापना को 7 वर्ष हो गये हैं किन्तु अभी तक संस्थान के पास अपनी कोई भूमि या भवन नहीं है। जिस पर मुख्य सचिव ने शीघ्र ही इस समस्या का समाधान कराये जाने का आश्वासन दिया।

कार्यक्रम के दौरान गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के कुलपति रविन्द्र कुमार सिन्हा, जिलाधिकारी सुहास एलवाई, सुपर स्पेशियलिटी पीडियाट्रिक अस्पताल के निदेशक, पुलिस उपायुक्त आदि सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ ही छात्र व उनके परिजन सहित समस्त संकाय सदस्य व कर्मचारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डा0 मनीषा सिंह, डीन डा0 रम्भा पाठक ने किया एवं डा0 शिवानी कल्हन ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम का समापन किया।

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