गलगोटियाज विश्वविद्यालय में नृत्य प्रदर्शन, प्रतियोगिताओं के साथ मनाई गयी रविदास जयंती

आज दिनांक 16 फरवरी 2022 को गलगोटियाज विश्वविद्यालय के एनएसएस ईकाई के द्वारा रविदास जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्कूल ऑफ नर्सिंग की डीन डॉ0 एस.पी.सुभासिनी रहीं। कार्यक्रम का शुभारम्भ और दीप प्रज्ज्वलन करते हुए डाॅ0 सुभासिनी ने समाज से जातिवाद की बाधाओं को दूर करने और समाज में समानता को बढ़ावा देने के लिए छात्रो को प्रेरित किया। डाॅ0 ए राम पांडेय ने रविदास जी के दोहे, कविताओं और 14वीं शताब्दी की महान सांस्कृतिक विरासत पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को भारत की महान संस्कृति की जड़ों से परीचित कराया।

एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी ज्योति शर्मा ने “जाति भेदभाव और समानता” अधिनियम पर चर्चा करते हुए कहा कि संविधान सभी को उनकी जाति के बावजूद समान अधिकार देता है। विश्वविद्यालय की कुलपति डाॅ0 प्रीति बजाज ने कहा कि रविदास जी अपनी अजीविका के लिए पैतृक कार्य को अपनाते हुए हमेशा भगवान की भक्ति में लीन रहा करते थे। उन्होंने भगवान की भक्ति में समर्पित होने के साथ साथ अपने सामाजिक और पारिवारिक कर्तव्यों का भी बखूबी निर्वहन किया। आज के युवा व छात्रों को भी उनके पदचिह्नों पर चलते हुए अपने जीवन का मार्ग प्रशस्त्र करना चाहिए। कार्यक्रम में छात्रों ने भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता, स्किट प्रस्तुति और नृत्य प्रदर्शन किया। “बेजुबान” नामक एक नृत्य प्रदर्शन ने पूरे संगोष्ठी हॉल को रोमांचित कर दिया। इस कार्यक्रम में डॉ0 हरीश, डॉ0 निरंजन, प्रांजलि और अन्य संकाय सदस्यों के साथ-साथ एनएसएस स्वयंसेवकों ने भाग लिया।

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