गलगोटियाज विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस का आयोजन, विशेषज्ञों ने बताये ऊर्जा संरक्षण के महत्व एवं लाभ

गलगोटियाज विश्वविद्यालय की इनोवेशन काउंसिल ने आज “राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस” सफलतापूर्वक मनाया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के यूजी, पीजी, पीएचडी छात्रों और विभिन्न विभागों के संकायों सदस्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 डाॅॅ0 प्रीति बजाज ने किया और कार्यक्रम में शामिल डॉ. लोकेश वार्ष्णेय, डॉ0 शैलेंद्र सिंह डीटीई यूपी और डॉ0 चंदन कुमार पोस्ट डॉक्टर फेलो आईआईटी बॉम्बे आदि वक्ताओं का स्वागत करते हुए प्रतिभागियों को संबोधित किया।

कार्यक्रम के पहले सत्र में डॉ0 चंदन कुमार ने विद्युत ऊर्जा रूपांतरण, विकास और सौर कोशिकाओं के कामकाज के लिए भविष्य में उभरती प्रौद्योगिकियों के बारे में बताया। दूसरे सत्र में, डॉ0 लोकेश वार्ष्णेय ने भारतीय परिपेक्ष्य में हरित ऊर्जा के उपयोग पर व्याख्यान देते हुए घरेलू उद्योग, परिवहन और कार्यस्थल के स्तर पर ऊर्जा संरक्षण के बारे में चर्चा की। तीसरे सत्र में डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने विद्युत/इलेक्ट्रॉनिक घरेलू उपकरणों में ऊर्जा संरक्षण के अवसरों पर प्रकाश डाला। इस सत्र के दौरान उन्होंने ऊर्जा परिदृश्य, ऊर्जा की इकाइयों, ऊर्जा दक्षता और इसके लाभों के साथ साथ ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001के बारें में विस्तार से बताया। इस दौरान छात्रों के द्वारा पूछे गये सवालों का सभी वक्ताओं ने उत्सुकता से जवाब दिये।

प्रणव सक्सेना, योगिता रानी और दिव्या यादव ने ऊर्जा संरक्षण पर कविता प्रस्तुत की। कार्यक्रम समन्वयक डॉ0 गौरव कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

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