गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय: कोविद -19 के बाद बायोटेक्नोलॉजी प्लेसमेंट परिदृश्य पर वेबिनार का आयोजन

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी ने जैव प्रौद्योगिकी उद्योग परिदृश्य-पोस्ट कोविद -19 पर 19 सितंबर 2020 को वेबिनार का आयोजन किया । प्रख्यात वक्ता डॉ0 सलावदी ईश्वरन, अकादमिक डीन, बायोकॉन एकेडमी और डॉ0 रामगोपाल राव एस, अकादमिक प्रबंधक, बायोकॉन एकेडमी को वेबिनार के लिए को आमंत्रित किया गया । बायोकॉन कंपनी एशिया की सबसे बड़ी बायोफार्मास्युटिकल कंपनी है एवं बायोकॉन अकादमी सीएसआर की एक पहल है जो मुख्य संरक्षक डॉ0 किरण मजूमदार शॉ द्वारा स्थापित की गई है। डॉ0 ईश्वरन ने कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए विभिन्न दवा खोज दृष्टिकोणों पर प्रकाश डाला और दवा खोज के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी द्वारा कोविद-19 की दवा की खोज की गति को तेज करने और आणविक को समझने के लिए डेटा विज्ञान और कृत्रिम बुद्धि के सहयोग के महत्व पर भी जोर दिया। डॉ0 रामगोपाल राव ने वर्तमान में बायोटेक उद्योग में कैरियर के अवसरों पर बातचीत की एवं छात्रों के लिए आवश्यक कौशल सेट के बारे में विस्तार से बताया। उद्योग के लिए तैयार पेशेवर बनने के लिए उन्होंने जीवन में विभिन्न कैरियर पथों का उल्लेख किया और छात्रों का मार्ग भी प्रशस्त किया।

वेबिनार का औपचारिक उद्घाटन स्कूल डीन डॉ0 सीमा दीवेदी द्वारा किया गया। तत्पश्चात विभागाध्यक्ष डॉ0 भूपेंद्र चौधरी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में जैव प्रौद्योगिकी उद्योग की भूमिका का महत्त्व बताया। डॉ0 विनय लिटोरिया, निदेशक, सीआरसी जीबीयू ने वर्तमान महामारी में बायोटेक क्षेत्र की भूमिका के बारे में भी अपने विचार साझा किए हैं। वेबिनार में जीबीयू के साथ-साथ बाहर के इंस्टीट्यूट के छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस वेबिनार का संयोजन डॉ0 बरखा सिंघल एवं डॉ0 रेखा पुरिया ने किया।

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