‘‘मरीजों के प्लेटलेट ;च्ण्त्ण्च्द्ध से हड्डियों एवं मसूढों को विकसित करके किया जा सकता है प्रत्यारोपण‘‘

आई0 टी0 एस0 डेंटल काॅलेज, ग्रेटर नोएडा में संस्थान के पेरियोडोंटोलाॅजी विभाग की विभागाध्क्षा डाॅ0 शिवजोत चिन्ना के द्वारा दंत चिकित्सा में रिजनरेटिव बायोमिमेटिक्स के तरीको पर आॅनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमें संस्थान के लगभग 70 शिक्षकों एवं 200 से अधिक छात्रों ने भाग लिया।
डाॅ0 चिन्ना ने वेबिनार के माध्यम से सभी शिक्षकों और छात्रों को विस्तृत रूप से रिजनरेटिव बायोमिमेटिक्स के विषय पर बात करते हुए बताया कि इंसानोें में रिजनरेटिव प्रक्रिया स्वतः विकसित होती रहती है। यह कुदरती देन है।
डाॅ0 चिन्ना ने बताया कि भारतवर्ष में लगभग 75 प्रतिशत से अधिक पाइरिया के मरीज है जिसमें मसूढों से सम्बंधित अधिक समस्या पाई जाती है। मरीजों के प्लेटलेट से हड्डियों एवं मसूढों को विकसित करने तथा मरीजों में उसके प्रत्यारोपण के तरीकों पर विस्तृत व्याख्या करते हुए छात्रों एवं शिक्षकों को बताया कि किस प्रकार से इसका प्रत्यारोपण किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में अधिकतम 4 से 6 महीने तक का समय लगता है और इस उपचार के दौरान मरीजों को काई दर्द भी नही होता।
इस सम्बंध में संस्थान के प्रधानाचार्य डाॅ0 सचित आनंद अरोरा ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान छात्र-छात्राओं के लिये नियमित रूप से संस्थान द्वारा आॅनलाइल क्लास का आयोजन किया जा रहा है जियमें सभी छात्र एवं शिक्षक बढ-चढकर हिस्सा ले रहे है और घर बैठे-बैठ ही मरीजों के उपचार के नये-नये तरीके विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों के माध्यम से सीख रहे हैं जिससे भविष्य में मरीजों के उपचार में काफी सहायता मिलेगी।
डाॅ0 अरोरा ने बताया कि संस्थान द्वारा अब तक विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों द्वारा 17 से अधिक वेबिनार का आयोजन किया जा चुका है।
इस अवसर पर संस्थान के वाइस चेयरमैन श्री सोहिल चडढा ने शिक्षकों की सराहना करते हुए कहा कि लाॅकडाउन के दौरान सभी छात्रों को अपने अथक प्रयासों द्वारा न केवल आॅनलाइन कक्षाएं लगाई बल्कि विभिन्न विषयों पर पीपीटी, पीडीएफ तथा यूट्यूब लिंक के माध्यम से रोचक पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध करायी जिससे छात्रों को काफी फायदा हुआ।

Share