आज ग्रेटर नॉएडा में स्थित डीपीएस पब्लिक स्कूल में सौगाते संस्कृति मेले का आयोजन किया गया। मेले का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को अपने देश की संस्कृति से परिचित करना था ।कार्यक्रम में भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की संस्कृति पर आधारित प्रदर्शनीए रैंप शोए मेले आदि का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम की तैयारी 2500 बच्चों ने अध्यापक.अध्यापिकाओं के साथ मिलकर की और श्इंडियन पवेलियनश् में प्रदर्शनीए स्टॉल आदि में अपने द्वारा बनाई चीज़ों को प्रदर्शित किया। इस अवसर पर बच्चों ने वर्लीए मधुबनीए रिलीफ़ए टाइ एंड डाइए पेपर मैसे आदि कलाओं से कलात्मक वस्तुएँ तथा चॉकलेट आदि बनाईं और उन्हें चैरिटी हेतु पैसे जुटाने के उद्देश्य से बिक्री के लिए रखा। कार्यक्रम में अंतर्विद्यालयी प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया जिसमें दिल्ली.एनसीआर के दस स्कूलों के लगभग 120 बच्चों ने भाग लिया। इस अवसर पर एक रंगारंग कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें उत्तर. पूर्वी राज्यों की अनुसूचित जन.जातियों पर आधारित रैंप शोए श्रीराम. केवट संवादए चेष्टा शिक्षा केंद्र के बच्चों की नृत्य एवं इंडो.जर्मन बच्चों की डाँडिया आदि प्रस्तुतियों ने उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में श्हम हैं निराले आदि प्रतियोगिताएँ भी आकर्षण का केंद्र रहीं। कार्यक्रम का उद्घाटन ज़िलाधिकारी श्री एनपीसिंह ने किया साथ ही ग्रेटर नोएडा के चेयरमैन प्रो बीपी खंडेलवाल एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित करके किया।
अपने संबोधन में ज़िलाधिकारी श्री एनपी सिंह ने कहा कि अपनी संस्कृति के विषय में जिस समाज को ज्ञान नहीं होता वह समाज अपनी प्रगति के मार्ग को अवरुद्ध कर लेता है और ऐसे समाज की स्थिति जड़ कटे पेड़ के समान हो जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी संस्कृति अंधविश्वास पर आधारित न होकर वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित है। इसके लिए उन्होंने नटराज की मूर्ति को सृष्टि में निर्माण ध्वंस व गतिशीलता का प्रतीक सिद्ध किया।उन्होंने कहा कि आज के बच्चों को अपनी संस्कृति की विशेषताओं से परिचित करवाना आवश्यक है। उन्होंने बच्चों के अंदर सांस्कृतिक जागरूकता व चेतना जगाने के लिए ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन के लिए विद्यालय परिवार की प्रशंसा की।
डीपीएस ग्रेटर नोएडा के चेयरमैन प्रो बी पी खंडेलवाल ने कहा कि ऐसे सांस्कृतिक आयोजन भारतीय संस्कृति के प्रतिबिंबन का सुलभ अवसर प्रदान करते हैं।
अपने संबोधन में विद्यालय प्रधानाचार्या श्रीमती रेणु चतुर्वेदी ने कहा कि हमारी संस्कृति का आदर्श ष्वसुधैव कुटुम्बकमष है। ऐसे कार्यक्रमों से देश के भावी कर्णधारों के मन में अपने देश की महान संस्कृति के प्रति प्रेम की भावना जागती है। विविधताओं से भरी संस्कृति से लगाव उन्हें राष्ट्रीयता से ओतप्रोत करके आदर्श नागरिक बनाने में सहायक हो सकता है।
इस अवसर पर श्री आदित्य घिल्डियालए श्री कैलाश भाटीए श्री अशोक दरयानीए श्रीमती कीर्ति दरयानीए मुख्याध्यापक श्री नरेंद्र सिंह ए श्री डीण्एसण् यादव ए मुख्याध्यापिका मंजू वर्माए सामाजिक विज्ञान विभागाध्यक्षा श्रीमती माधुरी गुप्ता एवं अन्य अध्यापक. अध्यापिकाएँ उपस्थित थे।