जनपद में 50 लाख से अधिक लागत से निर्माणाधीन कार्यो में गतिशीलता लाने के उद्देश्य जिलाधिकारी बीएन सिंह के द्वारा सुबह 6 बजे से सघन स्थलीय निरीक्षण किया गया। अपने प्रातः कालीन स्थलीय निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा सबसे पहले सूरजपुर में वर्ष 2006 से लम्बित पडे़ सॅस्कृतिक संकुल का स्थलीय निरीक्षण किया। इसके उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा सेक्टर 148 नोएडा में 41 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से बनने वाले वाणिज्यकर कार्यालय भवन का निरीक्षण किया जहॉ पर निर्माण कार्य मानकों के अनुसार सही पाया गया निर्माण ऐजेन्सी उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम ने डीएम को अवगत कराया कि उन्हें धनराशि की किस्ते समय पर प्राप्त हो रही है।
डीएम द्वारा मलकपुर में जल निगम की सीएनडीएस निर्माण ऐजेन्सी के द्वारा मलकपुर स्टेडिय एवं डीएम कम्पाउण्ड में पूल्ड हाउसिंग का सघनता के साथ स्थलीय निरीक्षण किया गया। दोनों कार्य के निर्माण में जिलाधिकारी द्वारा गुणवत्ता में कमी पायी गयी। मलकपुर स्टेडियम में बनाये गये कुश्ती, बॉक्सिंग एवं वेटलिफ्टिंग हालों के निर्माण में सीलन, दारवाजों में कमियॉ एवं सेनेटरी के कार्य में कमी पायी गयी। इसी प्रकार डीएम कम्पाउण्ड में भी एक साल के भीतर ही प्लास्टर का गिरना, सीलन आना, और सेनेटरी का कार्य सही नहीं होना पाये जाने पर जिलाधिकारी द्वारा दोनों ही कार्य की टैकनिकल जॉच कराने के आदेश दे दिये गये है।
उन्होनें मलकपुर स्टेडियम के निरीक्षण के दौरान पाया कि यह कार्य 2011 में सीएनडीएस द्वारा 14 करोड़ के बजट से प्रारम्भ किया गया उसके बाद 21 करोड़ 63 लाख रूपये का संशोधित बजट शासन से स्वीकृत कराया गया जो वर्तमान में रिवाईज स्टीमेट 37 करोड़ शासन को भेजा जाना संज्ञान में आया और मौके पर कार्य अपूर्ण पाया गया जिलाधिकारी द्वारा इस प्रकरण की बिन्दुबार जॉच करने के आदेश जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी को दिये ताकि इस प्रोजेक्ट में देरी करने वाले अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जा सके। इसी निर्माण एजेन्सी के द्वारा डीएम कम्पाउण्ड में टाईप-4, टाईप-3, टाईप-2 एवं टाईप-1 भवनों का निर्माण 2011 से 8 करोड़ 41 लाख रूपये की लागत से किया जा रहा है उनके द्वारा अभी तक कार्य पूर्ण नहीं किया गया है और रिवाईज स्टीमेट भेजा गया है सभी क्वाटरों में सीलन, प्लास्टर गिरना, एवं सेनेटरी का कार्य मानकों के अनुसार नहीं होने के सापेक्ष जॉच के आदेश दिये गये है। इस कालोनी में सड़कों का निर्माण भी नहीं किया गया है इस सम्बन्ध में डीएम को अवगत कराया गया कि इस कार्य के लिये धनराशि की मॉग की गयी है। कालोनी में 2011 में ही निर्मित पानी की टंकी भी बन्द बतायी गयी जिसे तत्काल आरमभ करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये है।
डीएम ने इस कालोनी के स्थलीय विकास के लिये प्राधिकरण को भी पत्र भेजने के निर्देश दिये गये। संस्कृतिक संकुल के निर्माण के लिये उच्चस्तरीय कार्यवाही कर बजट प्राप्त करने के निर्देश दिये गये। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी के साथ डीएसटीओ नन्दनी सिंह, जिला क्रीडा अधिकारी अनीता नागर, निर्माण एजेन्सियों के अधिकारी गण भी मौजूद थे।