टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (08 फरवरी 2024): ग्रेटर नोएडा में व्यापारी के बेटे की हत्या मामले में आक्रोशित परिजनों ने बुधवार को दनकौर पुलिस थाने का घेराव किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते 30 जनवरी को दनकौर क्षेत्र के बिलासपुर बाजार से एक व्यापारी के बेटे(वैभव सिंघल) का अपहरण हुआ था। बाद में पुलिस को वैभव की लाश मिली, जिसके बाद आक्रोशित परिजन एवं आसपास के लोगों ने दनकौर पुलिस थाने का घेराव किया। पुलिस ने इस मामले में दोषी एक आरोपी और एक अपचारी को गिरफ्तार किया है।
एडीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि बुधवार, 07 फरवरी को थाना दनकौर पुलिस ने वैभव सिंघल की हत्या में फरार चल रहे आरोपी माज पठान, पुत्र साद खान निवासी मोहल्ला मौहम्मदखानी, कस्बा बिलासपुर, थाना दनकौर; व एक बाल अपचारी की तलाश की जा रही थी। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस व गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस टीम जब आरोपियों की तलाश करते हुए धनौरी से सक्का की ओर जाने वाले रास्ते पर जा रही थी तो सक्का की ओर से दो युवक आते दिखायी दिया जो पुलिस की गाड़ी को देखकर एकदम तेजी से मुड़कर पीछे खेतों की ओर भागे। दोनों युवको को पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया गया परन्तु वह नहीं रुके।
आगे एडीसीपी ने बताया कि शक होने पर पुलिस टीम ने दोनों का पीछा किया तो बदमाश ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से अवैध असलाह से फायरिंग की और जिसपर पुलिस ने आत्मरक्षार्थ फायर किया, जिससे एक बदमाश माज पठान उम्र करीब 19 वर्ष के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। घायल बदमाश के कब्जे से तमंचा-कारतूस और किशोर का एप्पल मोबाइल फोन बरामद हुआ है। दूसरे बाल अपचारी को कॉम्बिंग के दौरान गिरफ्तार किया गया है।
आगे एडीसीपी अशोक कुमार ने जानकारी दी कि आरोपियों ने 30 जनवरी को अपने दोस्त वैभव सिंघल (मृतक) को बहाने से बुलाया (क्योकि यह लोग आपस में मित्र थे इसलिए मृतक इनके साथ चला गया) और वहां पर उसकी हत्या कर दी। घायल बदमाश माज पठान को ईलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया है। आरोपियों के अन्य आपराधिक इतिहास की विस्तृत जानकारी इकट्ठी की जा रही है। जल्द ही पूरी घटना खुलासा किया जाएगा।
इस मामले पर मृतक के एक करीबी परिजन ने बताया कि दनकौर क्षेत्र अंतर्गत बिलासपुर बाजार से 30 जनवरी को 8 बजे के करीब वैभव सिंघल पुत्र अरूज सिंघल (बल्ली) का अपहरण हुआ था। जिसके बाद परिजनों ने वैभव सिंघल के गायब होने की शिकायत दनकौर पुलिस को दी थी।।