गलगोटियास विश्वविद्यालय में दो दिवसीय पुस्तक- प्रदर्शनी का हुआ समापन

दो दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी में दिल्ली और दिल्ली के आसपास के अन्य राज्यों के लगभग 25 प्रकाशकों ने भरपूर उत्साह के साथ अनेकों प्रकार की नयी-नयी पुस्तकों का प्रदर्शन किया। भाग लेने वाले प्रकाशकों में मुख्य रूप से न्यूज़ एज इन्टरनेशल, पीअरसन, जे पी, वाइले, ऑल इंडिया बुक हाऊस, एलाइड, सा० बी० एस०, ऑरिएन्टल ब्लेक स्वान, एस चाँद, बी पी बी इत्यादि प्रकाशकों ने विभिन्न विषयों जैसे कम्प्यूटर साईंस, तकनीकी फ़ार्मेसी, वास्तुकला, मैनेजमेंट लॉ, होटल मैनेजमेंट, जर्नलिज़्म, जैस महत्वपूर्ण विषयों की नयी शिक्षा प्रणाली अनुसार प्रकाशित नवीनतम पुस्तकों का प्रदर्शन किया। न्यू एज इन्टरनेशनल पब्लिकेशन की ई-बुक्स का डेमो फ़ैकल्टी मैम्बर्स ने सुना और निकट भविष्य में ई-बुक्स के उपयोग को भी समझा। और छात्रों को को भी ई-बुक्स के महत्व को समझने का अवसर प्राप्त हुआ।

विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों और लाइब्रेरी स्टाफ ने वहाँ पर प्रदर्शित अनेक प्रकार की पुस्तकों का अध्ययन किया और पुस्तक प्रदर्शनी के कार्यक्रम की प्रसंशा करते हुए कहा कि बहुत ही महत्वपूर्ण है हम सबके जीवन में पुस्तकों का योगदान। और समय-समय पर इस प्रकार की पुस्तक-प्रदर्शनियों का आयोजन अवश्य ही होना चाहिए।
विश्वविद्यालय के चॉसलर सुनील गलगोटिया ने पुस्तक प्रदर्शनी के सफल आयोजन के लिये लाईब्रेरी के हैड डा० देबल सी० कार और उनकी पूरी टीम की सराहना की। और कहा कि पुस्तकें हमारे जीवन की सबसे अच्छी साथी होती हैं। और जब भी हमें उनकी आवश्यकता होती है वे हमारे लिए उपलब्ध होती हैं।

विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डा० के० मल्लिखार्जुन बाबू ने कहा कि किताबें हमारे आसपास की दुनिया को समझने, सही और गलत के बीच निर्णय लेने में हमारी मदद करती हैं। वे हमारे आदर्श, मार्गदर्शक या सर्वकालिक शिक्षक के रूप में भी हमारे जीवन में शामिल होती हैं।

विश्वविद्यालय के सीईओ डा० ध्रुव गलगोटिया ने सभी को पुस्तक-प्रदर्शनी के सफल आयोजन के लिए बँधायी दी और कहा कि पुस्तकें हमारी कल्पना करने की क्षमता को बढ़ती हैं। किताबें हमें समझदार बनाती हैं। उनसे हम जीवन की मुश्किल चुनौतियों का सामना करना भी सीखते हैं।

विश्वविद्यालय की डायरेक्टर ऑपरेशन आराधना गलगोटिया ने विद्यार्थियों को बताया कि किताबें विद्यार्थियों को दुनिया के बारे में नई जानकारी, विचार और तथ्य प्राप्त करने में मदद करती हैं। किताबें पढ़ने से छात्र बुद्धिमान बनते हैं और परीक्षाओं में अच्छे अंक भी प्राप्त करते हैं। किताबें विद्यार्थियों को एक नेकदिल इंसान बनने के लिए भी प्रेरित करती हैं।

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