कानून और विकास की दृष्टि से यूपी आज रोल मॉडल है: जीबीयू के दीक्षांत समारोह में बोले उपराष्ट्रपति

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (24 दिसंबर 2023): रविवार, 24 दिसंबर को गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित रहे।

दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि और भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने संबोधन में कहा कि वह मेरे लिए एक सुखद पल था जब मुझे बताया गया की योगी आदित्यनाथ जी आपसे बात करना चाहते हैं और उन्होंने मुझे यहां आने का निमंत्रण दिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश और विश्व में जो नाम हासिल किया है उसके बाद मैंने यह नहीं सोचा था कि मुझे यह देखने को मिलेगा। कानून और विकास की दृष्टि से पूर्व में यह प्रदेश एक चिंता का विषय था। हताशा इतनी थी कि लोगों को चिंतन करने का मन नहीं था। हम कहां से कहां आ गए आज उत्तर प्रदेश कानून व्यवस्था के लिए एक रोल मॉडल है। देश ही नहीं बल्कि विश्व में भी यदि कानून व्यवस्था से संबंधित कोई बात होती है तो माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को याद किया जाता है।

आगे उन्होंने कहा कि वकालत में रहने के कारण उद्योग जगत से मेरा काफी समय से नाता रहा है। प्रीमियम कैटेगरी की इन्वेस्टमेंट के लिए उत्तर प्रदेश को जाना चाहता है। मैं मुख्यमंत्री का धन्यवाद करूंगा कि उन्होंने मुझे यह अवसर प्रदान किया। मुझे पता है कि कुलपति के साथ क्या होता है मुझे चांसलर बनने का मौका मिला है जैसे कि पंजाब यूनिवर्सिटी में। परंतु यहां जो दीक्षांत समारोह हो रहा है वह अपने आप में खास है। दीक्षांत समारोह के विभिन्न आयाम आत्मविश्वास, विकास और संस्कृति की बातचीत ने इसे खास बनाया है।

दीक्षांत समारोह एक विद्यार्थी के जीवन में एक बड़ा पड़ाव है। उसके जीवन का गेम चेंजर है। और आज उसी पड़ाव के अंतर्गत 7,914 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गई है उन सभी को मैं शुभकामनाएं देता हूं। उनमें से 282 डॉक्टरेट हैं उन्हें मैं मुख्यतः शुभकामनाएं देता हूं। यह अपने आप में खास है कि 370 विद्यार्थी विदेश के पढ़ने वाले हैं।

मैं लोकसभा में 1989 में सिलेक्ट हुआ था। इसलिए मैं दोनों तरफ की चीज जानता हूं पहली यह है कि यदि मुझे स्कॉलरशिप नहीं मिलती तो मैं अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाता। 1989 से 1991 के बीच ऐसी हालात थे कि हमें सोने की चिड़िया कहीं जाने वाले भारत का सोना स्विट्जरलैंड के बैंकों में गिरवी रखना पड़ा। परंतु आज हम कहां से कहां आ गए हैं अब भारत भ्रष्टाचार मुक्त हो चुका है और पहले भ्रष्टाचार को सलाम किए बिना कोई कार्य नहीं हो पाता था। आज हमारे देश का इकोसिस्टम सेनीटाइज हो चुका है जितने भी भ्रष्टाचार युक्त तत्व थे वह सभी हट चुके हैं। प्रजातांत्रिक देश में यह बहुत जरूरी है कि हर व्यक्ति सर उठा कर चले यानी उसे जो अधिकार है वहीं दूसरे व्यक्ति को भी है। और कानून की दृष्टि में बिना किसी भेदभाव के सभी एक रहेंगे। परंतु तब यह कहा जाता था कि कानून हमारा क्या कर लेगा, कानून का शिकंजा हम तक कैसे पहुंचेगा? यह हकीकत भी थी।

मैं राजनीति से जोड़कर बात नहीं कर रहा मैं सामान्यत: बात कर रहा हूं। यह किसी ने नहीं सोचा था कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का यह वातावरण विकसित होगा। दो विदेशी संस्थाएं अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक कहती थी कि भारत की इकोनॉमी विश्व के लिए चिंता का विषय है। परंतु आज हम विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, और यह आपके फायदे की बात है। जिन्होंने सदियों तक हम पर राज किया, आज हमसे पीछे हैं। हम जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनेंगे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जो समस्या को पहचान कर अपनी राह में आगे बढ़ाने की बात कही है वह खुद उसका सबसे बड़ा उदाहरण है। 2047 तक भारत का जो रूप सबके समक्ष होगा, उस समय मेरी उम्र के लोग तो नहीं होंगे परंतु जिन विद्यार्थियों को आज डिग्रियां प्राप्त हुई है वह उसके साक्षी बनेंगे, जब हम विश्व गुरु बनेंगे। मेरा मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि यह विश्वविद्यालय नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय के स्तर तक पहुंचे। मैंने कभी अपने गुरुजनों प्रियजनो एवं मित्रजनों से ऐसी कभी कोई मांग नहीं की, जो इंप्लीमेंटेबल नहीं हो। और हम मान सकते हैं कि यह मांग भी मुख्यमंत्री के द्वारा इंप्लीमेंटटेबल होने योग्य है।

मैं आप सभी विद्यार्थियों का बताना चाहूंगा कि आसमान ही एक सीमा है यदि आपको अवसर मिल रहे हैं तो आप आसमान तक पहुंचाते रहिए। बुद्ध और गांधी की धरती पर आपको बहुआयामी विकास की ओर आगे बढ़ता है। मेरा मन कई बार दुखी होता है कि विदेशी संस्थाओं को 2009 में भारत सरकार ने 5 मिलियन यूएस डॉलर्स दे दिए। एक उद्योगपति ने 50 मिलियन यूएस डॉलर दे दिए। मुझे कोई एतराज नहीं है पर हमें अपनी संस्थाओं के बारे में भी सोचना चाहिए।

मैं कुलपति के माध्यम से आप सभी विद्यार्थियों को नई संसद में आने का निमंत्रण देता हूं। तकनीक और संस्कृति का समन्वित रूप देखने को मिलेगा। इंडियन काउंसिल ऑफ़ वर्ल्ड अफेयर्स एक प्रॉमिनेंट बॉडी है जो भारत की पहचान के बारे में विदेशों को बताती है। हम आने वाले 30 दिनों में गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के साथ एक एमओयू साइन करेंगे जिसके अंतर्गत गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय को वैश्विक जगत से जुड़ने का लाभ प्राप्त होगा।

उन्होंने G20 की बात करते हुए कहा कि भारत की अध्यक्षता में अफ्रीकन यूनियन को शामिल किया गया। यूरोपीय यूनियन पहले ही जी20 में थी। यूरोपीय यूनियन के कई देशों ने अफ्रीकन यूनियन पर राज किया। परंतु भारत की दूरगामी सोच ने उन दोनों को एक पटल पर ला दिया। ग्लोबल साउथ नेशंस का जिनका लोगों के द्वारा नाम नहीं सुना गया था भारत उनकी आवाज बना। ग्लोबल साउथ नेशन के अंतर्गत ऐसे देश आते हैं जो दुनिया की 65% जीडीपी में अपनी भूमिका निभाते हैं।

यदि समुद्र में देखा जाए तो विक्रांत का एक रूप माननीय प्रधानमंत्री ने लांच किया, जो हमारे देश में निर्मित है। डिफेंस में तेजस और विविध प्रकार के हेलीकॉप्टर भारत में मौजूद हैं जो भारत में बना रहे हैं। यदि चंद्रयान-3 की बात की जाए तो चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बना। और यह प्रसन्नता का विषय है कि आज चांद पर तिरंगा पॉइंट भी है और शिव शक्ति पॉइंट भी है। भारत के भविष्य को उज्जवल बनाने में जिनका योगदान रहेगा आप सभी विद्यार्थी उसका हिस्सा है। आज का भारत किसी के शिकंजे में नहीं बल्कि भारत की अपनी एक सोच है। पासपोर्ट की आज की इज्जत है जिसकी हमने कल्पना नहीं की थी।

उपराष्ट्रपति कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व को संबोधित करते हुए कहते हैं कि यह युग युद्ध का नहीं है। मेरा मन रात को काफी दुखी हुआ जब हमारे एक सांसद ने हार्वर्ड में संबोधन देते हुए कहा कि हमारे देश के प्रजातंत्र को खतरा है। परंतु मैं आप सभी को बताना चाहता हूं कि भारत विश्व का अकेला देश है जहां ग्रामीण स्तर से लेकर केंद्रीय स्तर तक संवैधानिक रूप से सभी कार्य किया जा रहे हैं। जब भारत विकास की ओर अग्रसर है तो मुट्ठी भर लो निंदा करते हुए देखते हैं इसलिए आपकी जिम्मेदारी है कि आप चुप ना रहे। यही कहूंगा कि हमारा विश्वास भारतीयता की ओर है और रहना चाहिए।

इस खास मौके पर गौतमबुद्ध नगर के लोकसभा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह, दादरी विधायक तेजपाल नागर, तीनों प्राधिकरणों के वरिष्ठ अधिकारी, ग्रेटर नोएडा के इंडस्ट्री के कई दिग्गज हस्ती और मीडिया के लोग मौजूद रहे।।

इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण टेन न्यूज़ यूट्यूब चैनल से किया साथ ही टेन न्यूज़ ने ऑनलाइन मीडिया पार्टनर की भूमिका निभाते हुवे कई विशेष न्यूज़ रिपोर्ट्स भी प्रकाशित किए ।

 

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