गौतमबुद्ध नगर FDRC सेंटर में पिछले तीन वर्षों में 87 फीसदी मामलों का हुआ निपटारा, दो अन्य सेंटर खोलने की योजना

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (01 दिसंबर 2023): शुक्रवार, 01 दिसंबर को कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस एवं शारदा यूनिवर्सिटी के संयुक्त प्रयासो से स्थापित “FAMILY DISPUTE RESOLUTION CLINIC” के 03 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में FDRC centre, नॉलेज पार्क पर स्थापना दिवस मनाया गया। उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में गौतमबुद्धनगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह और विशिष्ट अतिथि के रूप में शारदा यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर वाई के गुप्ता उपस्थित रहे।

गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कहा कि कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस एवं शारदा यूनिवर्सिटी के समन्वय से “FAMILY DISPUTE RESOLUTION CLINIC” पिछले तीन वर्षों से चलाया जा रहा है। जिसमें पारिवारिक मामलों का काउंसिलिंग कर समाधान कराया जाता है। पिछले 3 वर्षों में साढ़े चार हजार से अधिक मामलों का शांति पूर्ण समाधान कराया गया है। आगे उन्होंने कहा कि FDRC centre के 3 वर्ष सफतापूर्वक पूर्ण हो गए और इस सेंटर में पारिवारिक रिश्तों में पड़ी गांठ को खोलकर रिश्तों को मजबूती देने में करागर साबित हुआ है। हमारा प्रयास है कि आने वाले समय में नोएडा जोन और नोएडा सैंट्रल जोन में खोले जाए। ताकि वहां भी पारिवारिक मामलों में काउंसिलिंग कर समाधान किया जा सके।

प्रो चांसलर शारदा यूनिवर्सिटी वाई के गुप्ता ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर पुलिस और शारदा यूनिवर्सिटी द्वारा चलाए जा रहे FDRC सेंटर में पारिवारिक मामलों का काउंसिलिंग कर समाधान किया है। कोर्ट में पहलें ही बहुत मामले पेंडिंग हैं। और कोर्ट में केस दर्ज करने में बहुत पैसा भी खर्च होता है। FDRC सेंटर में शारदा यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों एवं पुलिस के स्युंक्त पैनल द्वारा मध्यस्ता की सेवाएं प्रदान की जाती है। जिसमें विशेषज्ञों में मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक व कानून विशेषज्ञ होते हैं और पारिवारिक मामलों का काउंसिलिंग कर समाधान कराते हैं। इसलिए ये सेंटर शांतिपूर्ण और बिना पैसे के अपने पारिवारिक मामलों का निपटारा करने के लिए सुलभ है। ये सेंटर बहुत सफल बन गया और आगे भी ये इसी तरह से पारिवारिक मामलों का काउंसिलिंग कर समाधान करेंगे। आगे उन्होंने कहा कि आने वाले समय में गौतमबुद्ध नगर साफ सफाई में नंबर वन होगा और साथ यहां क्राइम भी जीरो होगा।

बता दें कि एफडीआरसी की शुरूआत 10 जुलाई 2020 में शरादा यूनिवर्सिटी और गौतमबुद्ध नगर पुलिस के सहयोग से की गयी थी। यह गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट के महिला सहायता प्रकोष्ठ की एक प्रोफेशनल काउंसलिंग और मीडिएशन की इकाई है, जहां पारिवारिक विषयों को सुलझा कर परिवारो को जोडा जाता है। 21वी शताब्दी में भाग-दौड भरी जिदंगी में जहां आर्थिक स्वतंत्रता के लिये मेट्रो शहरो में एकल परिवारों का चलन है। अधिकतर प्रकरणों में साथ रहना व सम्बन्धों को निभाना सभी के लिये बेहद चुनौतीपूर्ण रहता है। ऐसी परिस्थितियों में बात सम्बन्ध विच्छेद तक पंहुच जाती है तथा अक्सर परिवार कानून की सहायता लेने के लिए महिला सहायता प्रकोष्ठ में प्रार्थना पत्र देते हैं। महिला सहायता प्रकोष्ठ की कोशिश यह रहती है कि मीडिएशन के अलग अलग चरणों के दौरान पति पत्नी व दोनो परिवारों की प्रोफेशनल काउंसलर के माध्यम से काउंसलिंग करवाकर दोनों परिवारो को टूटने से बचाया जाये।

इस सेंटर को 03 वर्ष पूर्व संचालित किया गया था जिसमे पारिवारिक विवाद, घरेलू हिंसा के बढ़ते प्रकरणों के दृष्टिगत घरेलू विवाद, घरेलू हिंसा, लिव इन रिलेशनशिप के विवाद को मध्यस्ता से सुलझाने के लिए रेफर किए जाते है। शारदा यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों एवं पुलिस के संयुक्त पैनल द्वारा मध्यस्ता की सेवाएं प्रदान की जाती है। इन विशेषज्ञों में मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक व कानून विशेषज्ञ उपस्थित रहते है।

महिला सुरक्षा डीसीपी प्रीति यादव ने बताया कि महिला सहायता प्रकोष्ठ में 2020 से लेकर नवंबर 2023 तक 2890 प्रकरण सुने गये, जिसमें 2619 परिवारों को जोडा गया। वर्ष 2023 में अभी तक कुल 1210 प्रकरण दर्ज हुये है। एफडीआरसी इकाई के माध्यम से वर्ष 2023 में 239, वर्ष 2022 मे 250, वर्ष 2021 में 274 एवं 2020 में 106 परिवारों के बीच मध्यस्थता कराकर परिवारों को जोडा गया एवं अपनी समस्या लेकर आए दंपति यहां से संतुष्ट होकर वापस चले गए। इससे सफलता का दर 87.80 प्रतिशत के लगभग निकलता है। पुलिस कमिश्नर द्वारा “FAMILY DISPUTE RESOLUTION CLINIC” के सदस्यों को समानित किया गया व अपने संबोधन से टीम को प्रोत्साहित किया गया। आंकडो से यह स्पष्ट होता है कि प्रति वर्ष महिला सहायता प्रकोष्ठ में रिपोर्ट होने वाले मामलो में वृद्धि हुई है। वर्ष 2021 में 533 प्रकरण दर्ज हुये थे वहीं नवंबर 2023 तक 1210 प्रकरण दर्ज किये गये है। परंतु हर्ष की बात यह है कि 85 प्रतिशत से अधिक प्रकरणों में मीडिएशन और काउंसलिंग सफलतापूर्वक रही है। महिला सहायता प्रकोष्ठ/काउंसलर प्रत्येक प्रकरण को बारीकी से समझते हुये दोनो पक्षो को सही रास्ता दिखाते है तथा काउंसलिंग के माध्यम से प्रभावशाली समाधान प्रदान करते है। महिला सहायता प्रकोष्ठ इकाई/एफडीआरसी की समस्त टीम भविष्य में भी अभिनव प्रयोग करते हुये लोगो को अपना मतभेद भुलाकर जीवन का आनंद लेने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।

कार्यक्रम के दौरान अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय श्बबलू कुमार, प्रो चांसलर शारदा यूनिवर्सिटी, डीन स्कूल ऑफ लॉ शारदा यूनिवर्सिटी, काउंसलर एंड कॉर्डिनेटर एफडीआरसी ऋतु गौतम, डीसीपी महिला सुरक्षा प्रीति यादव, ACP महिला सुरक्षा वर्णिका सिंह व अन्य पुलिस अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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