भारतीय संस्कृति एवं दर्शन का मूल तत्व है योग: डॉ जयदीप आर्या, चेयरमैन हरियाणा योग आयोग

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (28 अक्टूबर 2023): भारत में वैदिक काल से ही योग एवं आयुर्वेद का एक व्यापक महत्व रहा है। ऋषि पतंजलि से लेकर ऋषि चरक और कई ऐसे महनीय आयुर्वेदाचार्य एवं संत भारत की इस पवित्र भूमि पर अवतरित हुए। पूर्व में भारत में सभी रोगों का उपचार आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के माध्यम से ही की जाती थी। आज भी ग्रामीण हिस्सों में कई रोगों का उपचार आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के द्वारा ही की जाती है। वहीं कोरोना महामारी के बाद लोगों में योगासन एवं आयुर्वेद को लेकर जागरूकता बढ़ी। शहरों में भी लोग अपने घरों में योग करने लगे और साथ ही आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग करने लगे। योग को एक वैश्विक फलक प्रदान कर भारत सरकार और प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी महत्ता और इसके प्रभाव को और व्यापक विस्तार दिया है। आज विश्व के 150 से अधिक देशों में लोग योग करते हैं और प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है।

योग के प्रचार -प्रसार एवं महत्ता को लेकर टेन न्यूज की टीम ने हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन एवं पतंजलि योगपीठ के अंतर्राष्ट्रीय प्रभारी डॉ जयदीप आर्या से खास बातचीत की।

दरअसल, डॉ जयदीप आर्या का आगमन ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में हुआ। इस दौरान टेन न्यूज से बातचीत करते हुए डॉ जयदीप आर्या ने कहा कि ” योग भारत की संस्कृति का मूल तत्व है। ये ऋषि संस्कृति का मूल तत्व है। ये भारतीय दर्शन का मूल तत्व है। जब योग आगे बढ़ता है तो भारत आगे बढ़ता है। आज जब 170 देश योग को फॉलो कर रहे हैं, अब योग केवल साधना का साधन नहीं है बल्कि चिकित्सा पद्धति बन गई है। आज यह चिकित्सा पद्धति के साथ साथ हम विज्ञान और तकनीक के साथ आगे बढ़ रहे हैं। योगासन अब खेल में भी आगे बढ़ रहे हैं।”

श्री आर्या ने आगे कहा कि “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का एक विजन है कि योग आगे बढ़े और योगासन आगे बढ़े। आज योगासन को खेल मंत्रालय से स्वीकृति मिल गई है। आज इसे केंद्रीय विद्यालय के गेम्स में और सीबीएससी बोर्ड में इसे सम्मलित कर लिया गया है। लगभग 10 लाख छात्र प्रतिवर्ष इसमें प्रतिभाग करते हैं आज इसके खिलाड़ियों को ना केवल नकद पुरस्कार और सम्मान मिल रहे हैं बल्कि सी क्लास के कर्मचारियों के रूप में जॉब रिजर्वेशन भी हो रहा है। साल 2036 में जब भारत खेल के महाकुंभ आलोंपिक का मेजबानी करेंगे उसमें ये खेल भी शामिल होगा और भारत को गौरव दिलवाएगा। ”

हरियाणा में योग के प्रचार प्रसार एवं विस्तार को लेकर डॉ जयदीप आर्या ने कहा कि “हरियाणा देश का एकमात्र राज्य है जिसने योग को शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल किया है साथ ही हमने चिकित्सा पद्धति में भी योग को सम्मिलित किया है। अब योग के चिकित्सकों को वहां पंजीकरण करने का अवसर मिलेगा। योग में हरियाणा में पांच विश्व रिकॉर्ड बनाए हैं। योग के प्रचार प्रसार के लिए हरियाणा के 6500 गांव में व्यायामशाला बने हैं। एक ऐसा ही प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश में भी बनाने की भी आवश्यकता है।”

योग में युवाओं के आगमन एवं भविष्य को लेकर डॉ जयदीप आर्या ने कहा कि “योग आनेवाले दिनों में पूरे विश्व में एक मार्केट के रूप में आगे बढ़ रहा है। युवा अपने योग साधना को मजबूत करें और इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएं। अपनी योग्यता को आगे बढ़ाए रिसर्च करें पूरा विश्व आपको स्वीकार करेगा। पूरे दुनिया के लोग भारतीय लोगों से योग सीखेंगे तो पूरे विश्व के यूनिवर्सिटी में इसकी मांग बढ़ने वाली है।”

वहीं जयदीप आर्या ने टेन न्यूज से बातचीत में निकट भविष्य में इंडिया एक्सपो मार्ट में वैश्विक स्तर के योग से जुड़े आयुर्वेदिक कार्यक्रम आयोजित जाने के आसार भी वयक्त किए।।

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