टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (25 अक्टूबर 2023): श्री रामलीला कमेटी साइट -4 ग्रेटर नोएडा में मंगलवार, 23 अक्टूबर की रामलीला में विभीषण – रावण प्रसंग से मंचन शुरू हुआ। अध्यक्ष मंजीत सिंह ने बताया कि मुख्य अतिथि के रूप में गौतमबुद्ध नगर के लोकसभा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा उपस्थित रहे।
उक्त अवसर पर सांसद डॉ महेश शर्मा ने कहा कि श्री रामलीला कमेटी, ग्रेटर नोएडा के पूरी कमेटी को धन्यवाद करता हूं कि श्री रामलीला कमेटी हमारी सभ्यता, संस्कृति और सनातन धर्म को जन-जन तक पहुंचाने के लिए निरंतर हर वर्ष दशहरा के अवसर पर रामलीला का आयोजन कर रही है। रामलीला मंचन के द्वारा आने वाली पीढ़ी को हर तरह से भाई-भाई के रिश्ते हो, पिता-पुत्र के रिश्ते हो, भाई-भाभी के रिश्ते हो के बारे में बताया जा रहा है। जैसे रामराज्य की कल्पना हमारे महापुरुषों ने की थी वैसे ही रामराज्य होने का हमारा सपना पूरा होता नजर आ रहा है। जब अगली बार इस भव्य मंच से रामलीला का मंचन हो रहा होगा तब तक अयोध्या में राम मंदिर की स्थापना भी हो चुकी होगी। आगे उन्होंने कहा कि सभी को रामलीला अवश्य देखनी चाहिए। रामायण के संस्कारों को अपने जीवन में धारण करना चाहिए।
मनोज गर्ग ने बताया कि मंगलवार की लीला में विभीषण रावण को समझाने का प्रयत्न करता है तो रावण उसे लात मारकर लंका से भगा देता है। विभीषण श्री राम की शरण में जाता है और फिर श्री राम समुद्र देव से राह मांगने की प्रार्थना करते हैं। श्री राम के क्रोधित होने पर समुद्र देव उन्हें समुद्र पर सेतु बांधने का उपाय बताते हैं तब नल नील की सहायता से सभी वानर सेतु बनाते हैं।
संयुक्त महासचिव सौरभ बंसल ने बताया कि रामेश्वरम में भगवान शिव की स्थापना करते हैं, और एक बार फिर अंगद को भेजकर रावण को समझाने का प्रयत्न करते हैं। जब रावण नहीं मानता तो अंगद युद्ध की घोषणा करके लौट आते हैं फिर मेघनाद लड़ने आता है और लक्ष्मण को शक्ति बाण लगती है। हनुमान जी संजीवनी लेकर आते हैं, और फिर रावण कुम्भकरण को जगाकर युद्ध में भेजता है। कुम्भकरण भी मारा जाता है और आरती के साथ रामलीला का समापन होता है।
महासचिव विजेन्द्र आर्य ने बताया कि आज 24 अक्टूबर को होगा भव्य विजयमहोत्सव का आयोजन, सभी शहरवासी इस भव्य कार्यक्रम को देखने पहुँचें। वहीं मीडिया प्रभारी विनोद कसाना ने बताया कि 24 अक्टूबर को लीला मंचन में मेघनाथ वध, अहिरावण वध व लंका के राजा रावण का वध। इसी के साथ कुंभकरण , मेघनाथ , रावण के पुतले का दहन होगा इसके बाद रंगीन आतिशबाजी का नजारा दिखेगा।
इस अवसर पर अध्यक्ष मनजीत सिंह, बिजेंद्र सिंह आर्य, मनोज गर्ग, सौरभ बंसल, विनोद कसाना, ओमप्रकाश अग्रवाल आदि सदस्य उपस्थित रहे।