यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस) 2023 का दूसरा दिन जबरदस्त सफलता लेकर आया, जिसने भारी संख्या में खरीदारों, व्यापारियों और आगंतुकों को आकर्षित किया। आज 15 हज़ार से ज्यादा खरीदारों और लगभग 33 हज़ार आगंतुकों के आगमन के साथ व्यापार मेले का दूसरा दिन सरगर्मियों से भरपूर रहा। इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित इस मेगा सोर्सिंग इवेंट ने घरेलू और वैश्विक ब्रांडों को अपने उत्पादों और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया।
अमूल, ओप्पो, कलरजेट सहित विभिन्न क्षेत्रों के स्टॉल्स में भारी हलचल देखी गई। यूपीआईटीएस 2023 में भाग लेने पर प्रसन्नता महसूस करते हुए, ओप्पो इंडिया के निपुन राठी ने कहा कि यह आयोजन एक शानदार अवसर हैं। इससे कंपनी को अपने ब्रांड, उत्पाद और यहां तक कि अपनी तकनीकी शक्तियों का प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी। यह आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दों, बाधाओं और अन्य चुनौतियों को समझने में मदद करेगा। यह न केवल घरेलू ब्रांडों के लिए बल्कि वैश्विक ब्रांडों के लिए भी एक बड़ा अवसर है और यहां की गई व्यवस्थाएं शानदार हैं।
कलर जेट के मधुसूदन दादू ने कहा कि यह आयोजन पूरे देश में व्यापार की ईकाइयों पर एक बड़ा प्रभाव छोड़ेगा। एक्सपो सेंटर एण्ड मार्ट कई बड़े आयोजनों की मेजबानी कर रहा है। इसे शो से व्यापार और व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए एक नया इकोसिस्टम तैयार करने में मदद मिलेगी। यह शो उल्लेखनीय है और मैं व्यापार जगत, उद्योग जगत तथा यूपी सरकार को इसके आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
अभूतपूर्व व्यापार, व्यवसाय, नेटवर्किंग और शॉपिंग के अलावा, विभिन्न क्षेत्रों के हितधारकों द्वारा कुल तीन ज्ञान सत्र आयोजित किए गए। इन्वेस्ट यूपी द्वारा पहला ज्ञान सत्र, “उत्तर प्रदेश में निवेश के अवसर” 11.30 बजे आयोजित किया गया, जिसका उद्घाटन औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ जी द्वारा किया गया। अनिल कुमार सागर, प्रमुख सचिव IIDD GOUP, मयूर माहेश्वरी सीईओ यूपीएसआईडीए, नीरज अखौरी एमडी सीमेंट, जसवन्त सैनी उद्योग राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश, एवं इन्वेस्ट यूपी के सीईओ अभिषेक प्रकाश ने यूपी में उभर रहे व्यापार और व्यवसाय के असीमित अवसरों पर उल्लेखनीय जानकारी दी। यूपीएसआईडीए के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर एक आकर्षक प्रस्तुति दी और कहा कि ज्यादातर व्यवसायों को लॉजिस्टिक लागत का सामना करना पड़ता है, जिसे यूपी ने कम करने की कोशिश की है।
फेडरेशन ऑफ इंडिया एक्सपोर्ट ऑर्गनाइज़ेशन द्वारा “निर्यात प्रोत्साहन” पर एक और ज्ञान सत्र किया गया जिसमें निर्यात संगठन ने राज्य सरकार द्वारा देश में विकसित किए जा रहे निर्यात पारिस्थितिकी तंत्र पर एक आयोजित चर्चा की गई। डॉ. अजय सहाय महानिदेशक एवं सीईओ FIEO, अमित लाठ, जिगिश देवता, एमडी दीप फूड्स यूएसए, अजय श्रीवास्तव, राज कमल शर्मा, विशाल ढींगरा और FIEO के उप महानिदेशक आशीष जैन ने पैनलिस्ट के रूप में ज्ञान सत्र में भाग लिया और वैश्विक बाजार में भारत की बढ़ती भूमिका, वैश्विक परिदृश्य में भारत की पहचान को बढ़ाने के लिए विपणन रणनीतियों और भारत के निर्यात को बढ़ाने में खरीद एजेंसियों की बढ़ती भूमिका के बारे में बहुमूल्य जानकारी साझा की। FIEO के महानिदेशक और सीईओ डॉ. अजय सहाय ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश में निर्यात केंद्र बनकर उभर रहा है और हमें उम्मीद है कि यह देश की जीडीपी में जबरदस्त योगदान देगा।
अंतिम ज्ञान सत्र आईआरडीएआई आयोजित किया गया था जिसे यूपी के वित्त मंत्री ने सुरेश खन्ना ने संबोधित किया। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, आईआरडीएआई जनरल मैनेजर पंकज कुमार, अल्पना सिंह, सिद्धार्थ सिंह, भूपेन्द्र कटारिया एवं IRDAI प्रबंधक, अनुराग बाजपेयी ने भी पैनलिस्ट के तौर पर चर्चा में भाग लिया। अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश के उद्योग राज्य मंत्री जसवन्त सैनी ने निवेशकों और राज्य के पारस्परिक लाभ के लिए निवेशकों को राज्य में आमंत्रित किया।
इसके अलावा लोकसभा सदस्य एसपी बघेल सहित सम्मानित अतिथियों ने मेले में शिरकत की, बघेल ने वैश्विक मंच पर छोटे व्यापारों और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए यूपी-सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने उत्तर प्रदेश की 1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था हासिल करने की क्षमता पर भरोसा जताया।
दूसरे दिन का समापन अनुज मिश्रा द्वारा रामायण पर आधारित मनोरम कथक नृत्य की प्रस्तुति के साथ हुआ और एक संगीतमय प्रस्तुति बैंगलोर के स्वरात्मा बैंड की तरफ से भी दी गई।
यूपीआईटीएस 2023 के दूसरे दिन व्यापार और व्यवसाय के केंद्र के रूप में उत्तर प्रदेश की भव्यता और क्षमता का प्रदर्शन किया गया। खरीदारों, व्यापारियों और आगंतुकों की उल्लेखनीय उपस्थिति के साथ-साथ ज्ञानवर्धक ज्ञान सत्रों और सांस्कृतिक प्रदर्शनों के साथ, यह आयोजन आने वाले दिनों में भी धूम मचाता रहेगा। यूपीआईटीएस 2023 न केवल राज्य की आर्थिक क्षमता का प्रमाण है बल्कि वैश्विक व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का एक मंच भी है।