शारदा विश्वविद्यालय में हुआ फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ

शारदा विश्वविद्यालय में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) कार्यक्रम का आज से शुभारंभ किया गया। आज से 7 जुलाई 2023 तक चलने वाले इस कार्यक्रम में आज हजारों संकाय, कर्मचारियों, शिक्षकों आदि ने हिस्सा लिया। फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के प्रथम दिन पटना के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निदेशक प्रो अशोक दे अपने व्याख्यान से मौजूदा प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया। इसके अलावा सभी अतिथियों का स्वागत शारदा विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ सिबाराम खारा एंव शारदा विश्वविद्यालय के अकादमिक अफेयर्स के डीन डॉ परमानंद ने किया।

पटना के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निदेशक प्रो अशोक दे ने समस्याओं के बारे बताते हुए कहा कि हमारी भारतीय शिक्षा नीति सबसे पहले स्मरण शक्ति पर ध्यान देती है, कि हम कितना याद रखते है और कितना परिक्षा में लिख पाते है। ऐसे कई छात्र होते है जो किसी विशिष्ट पाठ्यक्रम में अच्छा नहीं कर पाते लेकिन अन्य क्षेत्र में आगे होते है। छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान से अधिक सैद्धांतिक ज्ञान ज्यादा दिया जाता है। ऐसा कई बारे देखा गया है कि छात्रों को यही जानकारी नहीं है कि वह किस प्रकार अपने ज्ञान को अमल करे। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के आने से अब छात्रों के व्यावहारिक ज्ञान पर अधिक जोर दिया जाऐेगा।

ऑनलाइन व्याख्यान देते हुए बीएमएस इंजीनिरिंग कॉलेज की प्रोफेसर कनमनि बुद्धि ने संबोधित करते हुए कहा कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को अमल करने से छात्रों को अपने संस्कृति को अपनाने और उसका सम्मान करने की सीख भी मिलेगी। इसके अलावा उन्हे मूल्य वर्धित कार्यक्रम, प्रशिक्षण कार्यक्रम, सॉफ्ट स्किल्स के बारे में भी सीखने को मिलेगा। पाठ्यक्रम को सुधारने और उसके अंतर को कम करने की आवश्यकता है।

स्वागत शारदा विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ सिबाराम खारा ने कहा कि इस पहल से संकाय और अन्य हितधारकों को पर्याप्त लाभ प्रदान करने के लिए डिजा़इन किया गया है। संकाय के प्रशिक्षण से छात्रों को भी लाभ मिलेगा।
इस कार्यक्रम में शारदा स्कूलस के निदेशक, शिक्षक सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

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