गौतमबुद्ध नगर को मिली बड़ी सैगात, एक और कन्या महाविद्यालय का होगा निर्माण

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (21/03/2023): गौतमबुद्धनगर जिले से बड़ी खबर आ रही है। प्रधानमंत्री जनविकास कार्यक्रम योजना के अंतर्गत जेवर विधानसभा को कन्या महाविद्यालय की सौगात मिली है। यह कन्या महाविद्यालय दनकौर क्षेत्र में बनाया जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद व डिग्री कॉलेज की मंजूरी के तीन वर्ष बाद वित्तीय स्वीकृति के साथ-साथ प्रथम किश्त के रूप में 107.866 लाख रू की धनराशि जारी की गई है। बता दें कि 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद अब तक जेवर विधानसभा को तीसरे कन्या महाविद्यालय की सौगात मिली है।

जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि मेरे प्रस्ताव पर अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार की 19वीं इम्पावर्ड कमेटी द्वारा अक्टूबर 2019 में जनपद गौतमबुद्धनगर के दनकौर में राजकीय डिग्री कॉलेज के निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान की गयी थी। जिसमें शासन स्तर पर तीन साल तकनीकी कारणों से वित्तीय स्वीकृति प्रदान नही की जा सकी थी। जिसको लेकर उन्होंने निरंतर पैरवी करते हुए इस प्रकरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप की मांग की और तब जाकर जनपद गौतमबुद्धनगर के दनकौर को महिला डिग्री कॉलेज बनवाए जाने के लिए प्रथम किश्त के रूप में 01 करोड 07 लाख 86 हजार 600 रू की धनराशि, प्रथम किश्त के रूप में जारी की गयी है।

आगे जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि यह पहला मौका है, जब देश आजाद होने के बाद से 05 साल के कार्यकाल में एक ही विधानसभा को 03 डिग्री कॉलेजों की सौगात मिली हो और यह इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि इनमें 02 महाविद्यालय महिला डिग्री कॉलेज के रूप में स्वीकृत किए गए हैं। वहीं रबूपुरा स्थित डिग्री कॉलेज आरंभ हो चुका है तथा जेवर में बन रहे डिग्री कॉलेज का निर्माण कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है तथा प्रथम किश्त जारी होने के बाद शीघ्र ही दनकौर क्षेत्र में डिग्री कॉलेज का निर्माण होने के पश्चात शिक्षा के क्षेत्र में जेवर विधानसभा के लिए एक उपलब्धि ही कही जायेगी।

साथ ही जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने आगे कहा कि अगर हम एक महिला को शिक्षित करते हैं, तो हम एक परिवार ही बल्कि पूरे गांव को शिक्षित करने की दिशा में बढते हैं और दनकौर में बनने वाला यह कन्या महाविद्यालय, मेरी उन बहनों को समर्पित है, जो दूरी और आर्थिक कारणों से उच्च शिक्षा ग्रहण नही कर पाती थी। परियोजना के निर्माण के लिए यूपी सिडको को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है।।

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