जिस देश में शिक्षक का सम्मान होगा वही देश आगे बढ़ेगा: रामबदन सिंह, DCP | कर कमलम् – UPID NOIDA

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (23 जनवरी 2023): AKTU – यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, नोएडा द्वारा तीन दिवसीय “कर कमलम्” कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह का आयोजन हुआ। 23 जनवरी से 25 जनवरी तक चलने वाले इस कार्यक्रम में युवा नौजवानों को कौशलयुक्त बनाने पर जोर दिया जाएगा, और साथ ही आर्टिसंस को युवा छात्रों से जोड़कर उत्पाद उत्कृष्टता एवं बाजार की आवश्यकता के दिशा में कार्य किया जाएगा। कार्यक्रम मे गणमान्य अतिथि के तौर पर रामबदन सिंह, डीसीपी HQ एवं सेंट्रल नोएडा; संजीव शर्मा, महासचिव IEA; विवेक सिंह, CEO, VS Energy, गजानन माली, संस्थापक टेन न्यूज नेटवर्क; उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर एवं सरस्वती वंदना के साथ की।

कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि रामबदन सिंह, डीसीपी हेडक्वार्टर & डीसीपी सेंट्रल नोएडा ने कहा कि शिक्षक सबसे पूज्यनीय होते हैं, जिस देश में शिक्षक का सम्मान सबसे आगे होगा वही देश सबसे आगे बढ़ेगा। उन्होंने शिक्षकों की तारीफ करते हुए कहा कि मैं आज अगर आपके सामने खड़ा हूं, वो मैं अपने शिक्षक की वजह से हूं।उन्होंने इनोवेशन शब्द का मतलब बताते हुए कहा कि इनोवेशन शब्द ह्यूमन बीइंग पर ही लागू होता है। अन्य जीव और ह्यूमन बीइंग में अंतर भी इसी बात का है। उन्होंने शेर और चिड़िया का उदाहरण देते हुए कहा कि शेर हमेशा उसी तरह शिकार करता है, कोई नया तरीका नहीं अपनाता है और चिड़िया का घोंसला हजार साल पहले जैसा था और आज भी वैसा ही बना हुआ है। कोई इनोवेशन हुआ?लेकिन आज जैसे हम है, कल वैसे नहीं रहेंगे। इसलिए कहा जाता है कि सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती हैं और ये सुधार की गुंजाइश ही है जिसको शब्द इनोवेशन दिया गया है। उसने हम अपना दिमाग लगा कर बदलते हैं।

डीसीपी सिंह ने गांधीजी का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया बदलने के लिए बहुत लोगों की जरूरत नहीं होती है, एक अकेला व्यक्ति भी पूरा दुनिया को बदल देता है। इसका उदाहरण गांधीजी हैं, इन्होंने जो अहिंसात्मक लड़ाई का इनोवेटिव तरीका खोजा है उसका आज भी जवाब नहीं है। इसलिए दुनिया का कोई भी नेता हिंदुस्तान की धरती पर आता है तो वह सबसे पहले सिर झुकाने गांधी जी के समाधि पर जाता है। यह सारी चीजें बताता है कि ना हम केवल सभ्यता से बल्कि संस्कृति में भी बहुत स्ट्रॉन्ग है। सभ्यता में अब हम आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि सब लोग जानते हैं कि जो हम है वह हमारी संस्कृति है और जो हमारे पास है वो सभ्यता है। इसलिए जो हमारे पास है उसे भी ठीक करना है और दुनिया को आगे ले जाना है।

बता दें कि “कर कमलम्” कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को कौशलयुक्त बनाने, प्रदेश के उत्पादों को वैश्विक पटल पर प्रसिद्धि दिलाने , आत्मनिर्भर भारत बनाने सहित कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई और अतिथियों ने अपने विचार रखे और डॉक्टर प्रवीण पचौरी निदेशक को DPID को नई ऊँचाई देने के लिए इंडस्ट्री कनेक्ट के लिए सहयोग का वादा भी किया।

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