टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रे. नोएडा (28 दिसंबर 2022)
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश , लेखक एवं पत्रकार द्वारा युवा छात्रों एवं शिक्षाविदों से लेखकीय संवाद किया जाएगा।यह कार्यक्रम बिमटेक द्वारा 30 दिसंबर 2022, शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क में स्थित बिमटेक संस्थान के सेमिनार हॉल में प्रात: 10:30 बजे से आयोजित किया है ।
इस साहित्यिक एवं पत्रकारिता के संवाद कार्यक्रम में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश द्वारा लिखित तीन अद्यतन पुस्तकों पर चर्चा की जाएगी, साथ ही संस्थान के युवा छात्रों एवं शिक्षाविदों से लेखकीय संवाद भी किया जाएगा।
कार्यक्रम का विषय “मेरी लेखकीय यात्रा” है, इस पुस्तक परिचर्चा कार्यक्रम का संचालन जाने माने वरिष्ठ पत्रकार शम्भूनाथ शुक्ला करेंगे ।
बिमटेक के निदेशक एवं प्रबंधन गुरु डॉक्टर एच चतुर्वेदी ने टेन न्यूज़ को बताया की इस पुस्तक परिचर्चा का उद्देश प्रबंधन के अध्यापकों एवं छात्रों को उपसभापति राज्य सभा के लेखकीय , पत्रकारिता एवं संसदीय यात्रा से रूबरू कर उन्हें प्रेरणा देना है । इस कार्यक्रम में लेखक , पत्रकार, वरिष्ठ अधिकारी एवं एनसीआर दिल्ली से बुद्धिजीवी सम्मिलित होंगे ।
जीवन यात्रा श्री हरिवंश : राजनीति में आने से पहले पत्रकार थे, और उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में कई मिसालें कायम की है।हरिवंश का जन्म बलिया के सिताब दियारा गांव में एक मध्यम वर्गीय कृषक परिवार में 30 जून 1956 को हुआ। हरिवंश ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की, और यहीं से पत्रकारिता में डिप्लोमा हासिल किया। साल 1974 में हरिवंश जे.पी. आंदोलन में शामिल हुए, और इस आंदोलन में बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया।
हरिवंश ने साल 1977 में टाइम्स ऑफ इंडिया में 500 रुपए से अपनी पहली नौकरी की शुरुआत की, जिसके बाद वो धर्मयुग पत्रिका से 1981तक जुड़े रहे। 1981 में उन्होंने बैंक ऑफ इंडिया में सरकारी नौकरी शुरू की, लेकिन ये नौकरी उनको रास नहीं आई और चार साल बाद हरिवंश ने नौकरी छोड़ अमृत बाजार पत्रिका अखबार में असिस्टेंट एडिटर के रूप में जुड़े।
साल 1989 में रांची में प्रभात खबर अखबार के संपादक के तौर पर उन्होंने अपनी नई पारी की शुरआत की और अखबार को उन्होंने नया जीवन दिया। हरिवंश ने जब बतौर संपादक कार्य करना शुरू किया तब अखबार का सर्कुलेशन महज 400 पर आ गया था, जिसे उन्होंने झारखंड का झारखंड का सबसे ज्यादा बिकने वाला समाचार पत्र बना दिया। 40 साल के अपने पत्रकारिता के कैरियर में हरिवंश ने इस जगत में कई मिसाल कायम की है।
साल 2014 में हरिवंश को जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने पहली बार राज्यसभा भेजा, और चार साल के बाद यानि 2018 में जब राज्यसभा में पीजे कूरियन के बाद उपसभापति का पद खाली हुआ तो एनडीए ने हरिवंश को अपना उम्मीदवार बनाया, और उन्होंने हरिप्रसाद को 125-105 से हराया, और 1952 के बाद राज्यसभा में हरिवंश तीसरे गैर कांग्रेसी उपसभापति बने। उनकी सदस्यता का कार्यकाल अप्रैल 2020 में खत्म हो गया, जिससे उपसभापति का पद खाली हो गया। जेडीयू द्वारा वो दूसरी बार भी चुनकर राज्यसभा में भेजे गए, और सितंबर 2020 में फिर एनडीए ने उपसभापति पद का उम्मीदवार बनाया। इसबार मनोज झा को हराकर वो फिर से राज्यसभा के उपसभापति बने।।