विश्व विकलांगता दिवस पर Galgotias University में विकलांगता अधिकार क्लिनिक का हुआ उद्घाटन

विश्व विकलांगता दिवस के अवसर पर गलगोटिया विश्वविद्यालय में विकलांगता अधिकार क्लिनिक का उद्घाटन किया गया। क्लिनिक का उद्घाटन मुख्य अतिथि एयर कमोडोर रंजन मुखर्जी वीएमएस (सेवानिवृत्त) और विकलांग व्यक्तियों के लिए दिल्ली के राज्य आयुक्त एनसीटी एवं विश्वविद्यालय की संचालन निदेशक आराधना गलगोटिया, प्रोफेसर रेणु लूथरा द्वारा किया गया।

उद्घाटन के बाद डिसएबिलिटी को समझना (अधिकार प्रतिमान) विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में वक्ताओं के रूप में प्रोफेसर जगदीश चंदर एसोसिएट प्रोफेसर हिंदू कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय, डॉ. सचिन शर्मा एसोसिएट प्रोफेसर एचपीएनएलयू शिमला, सुभाष चंद्र वशिष्ठ अधिवक्ता सर्वोच्च न्यायालय भारत, डॉ. स्मिता निज़ार एसोसिएट प्रोफेसर स्कूल ऑफ़ लॉ गलगोटिया विश्वविद्यालय ने भाग लिया। संचालक निदेशक आराधना गलगोटिया ने मंच पर सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।

स्कूल ऑफ लॉ की डीन और कार्यक्रम समन्वयक प्रो. नमिता मलिक ने कार्यक्रम की रूप रेखा को बताया। प्रो. जगदीश ने भारत में विकलांगता कानून पर प्रकाश डाला।डॉ. सचिन शर्मा ने दिव्यांगता की ओर संवेदनशीलता (अधिकारों का परिप्रेक्ष्य) विषय पर चर्चा की। सुभाष चंद्र वशिष्ठ ने ‘यूनिवर्सल डिजाइन एंड एक्सेसिबिलिटी फॉर डिसएबिलिटी इंक्लूजन’ पर अपना व्याख्यान दिया। डॉ. स्मिता निज़ार ने भारत में विकलांग लोगों के लिए समावेशी शिक्षा की स्थिति के बारे में चर्चा की और छात्र प्रतिभागियों और छात्र स्वयंसेवकों का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद प्रस्ताव दिया।

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