टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (27/10/2022): नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण का रास्ता लगभग साफ हो गया है। आपको बता दें कि जेवर क्षेत्र में एयरपोर्ट निर्माण का कार्य शुरू होने के बाद सेदिन प्रतिदिन विकास की नई इबारत लिखी जा रही है।
दूसरे चरण के लिए 78 फीसदी किसानों ने जमीन अधिग्रहण के लिए अपनी सहमति व्यक्त कर दी है। ज़ेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने किसानों को सहमति से पत्र देने में अहम भूमिका निभाई है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐतिहासिक रूप से मुआवजा वृद्धि की है।
बता दें कि जेवर क्षेत्र में विकसित हो रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए दूसरे चरणों में भूमि अधिग्रहण के लिए लगभग 78% से ज्यादा किसानों ने अपनी सहमति दिया है। 7, 164 किसानों में से 5, 600 किसानों ने अपनी सहमति दे दी है। और इस आपसी सहमति ने स्थानीय विधायक जीवन सिंह धीरेंद्र सिंह ने अहम भूमिका निभाई है। और 78% किसानों की आपसी सहमति के बाद एमआरओ, कार्गो हब, एविएशन हब और डेडिकेटेड रनवे का रास्ता पूरी तरह साफ हो चुका है।
एयरपोर्ट के निर्माण के लिए दूसरे चरण में जिस भूमि को लिया जा रहा है उस पर एक रनवे व एयरक्राफ्ट मेंटिनेंस, रिपेयरिंग और ओवरहालिंग ( एमआरओ ) केंद्र बनने वाला है। अबतक देश में 85% हवाई जहाज मेंटेनेंस रिपेयरिंग के लिए विदेश जाते थे जिस पर सालाना लगभग 15 करोड से अधिक रुपए खर्च हो जाते और यह रकम विदेश में चली जाती थी, लेकिन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एमआरओ का बड़ा केंद्र बनने से विदेशों की जाने वाली मुद्रा में भी भारी बचत होगी और साथ ही भारी मात्रा में रोजगार भी प्राप्त होंगे।
नए भूमि अधिग्रहण अधिनियम-2013 के अनुसार किसी भी सरकारी परियोजना में जमीन अधिग्रहण से पहले लगभग 70% लोगों की सहमति लेना आवश्यक होता है, और 70% की सहमति के बाद भी निर्माण कार्य शुरू किया जाता है। वहीं नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिग्रहण में 78% से अधिक किसानों के आपसी सहमति देने के पश्चात एयरपोर्ट के दूसरे चरण के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।