टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (15/10/2022): शुक्रवार, 14 अक्टूबर से भारतीय किसान यूनियन द्वारा जिला प्रशासन सहित तीनों प्राधिकरणों के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। आज शनिवार, 15 अक्टूबर महापंचायत धरने के दूसरे दिन पूरे गौतम बुद्धनगर के किसानों का जत्था महापंचायत धरना में पहुंचे।
दूसरे दिन के धरना प्रदर्शन ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर सुबह किसानों के मसीहा चौधरी राकेश टिकैत पहुंचे, नेताओं से वार्ता की और उन्होंने शासन प्रशासन एवं प्राधिकरण के अधिकारियों को चेताया और कहा अधिकारियों को किसानों से वार्ता कर समस्याओं का समाधान करना चाहिए। एयरपोर्ट में जिन किसानों की जमीन जा रही है उन सभी का मुआवजा बढ़ाया जाए एवं गौतम बुद्ध नगर में भी काफी समय से मुआवजे का रेट नहीं बढ़ा है सर्किल रेट बढ़ रहा है सेक्टरों का इसलिए गौतम बुद्ध नगर के किसानों का भी मुआवजा बढ़ाया जाए। और किसान कोटा के 10 परसेंट सभी किसानों को दिए जाए और जो भी मूलभूत किसानों की समस्याएं हैं, उसका समाधान किया जाए।
किसानों से वार्ता कर उन्हें समझाने का कार्य करें टिकैत के जाने के बाद पुलिस प्रशासन बौखला गया पुलिस बल के साथ डीटीपी एडीसीपी एवं अन्य पुलिस बल के साथ धरने पर पहुंचकर डरा धमका कर धरना समाप्त करने का प्रयास किया।
जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भंवर खटाना एवं अन्य किसानों के साथ बहुत देर तक झड़प होती रही, किसानों को खबर होती रही और धरने पर संख्या बढ़ती गई। जिससे प्रशासन बैकफुट पर आया और तीनों प्राधिकरण के अधिकारियों को तुरंत वार्ता के लिए धरने पर बुलाया लेकिन किसानों ने पहले से तय समय पर वार्ता होने का निर्णय लिया पुलिस प्रशासन एवं अधिकारी शाम को 3:00 बजे तक वार्ता करने के लिए आग्रह करते रहे राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी सुभाष चौधरी एवं गांवो के किसानों ने बिल्कुल मना कर दिया उसके बाद प्रशासन हार कर वापस चला। जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा तो धरना आगे जारी रहेगा।
टेन न्यूज नेटवर्क के साथ बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पवन खटाना ने बताया कि महापंचायत करने का एक मात्र उद्देश्य है किसानों का विकास और बिचौलियों का विनाश और आगे पवन खटाना ने कहा कि जिन किसानों ने 45 साल पहले अपनी जमीनें विकास में दे दी। वो किसान आज विनाश की स्थिति में पहुंच चुका है। गौतम बुद्धनगर के किसान 45 साल से नोएडा, 32 साल से ग्रेटर और 22 साल यमुना प्राधिकरण को बसाने में लगे हुए थे और इस आशा से बनाने में लगे हुए थे कि क्षेत्र के साथ साथ किसानों का भी विकास होगा। लेकिन विकास सिर्फ बिचौलियों का हुआ ना कि किसानों का इसलिए जबतक किसानों को उनका हक नहीं मिलता तब तक महापंचायत धरना प्रदर्शन जारी रहेगा और सरकार नहीं मानी तो यह महापंचायत धरना जन आंदोलन का रूप लेगा।
दूसरे दिन की महा पंचायत में मटरू नागर, अनित कसाना, सुनील प्रधान, युवा नेता, मोहित कसाना, महमूदपुर राजीव मलिक, राजे प्रधान, परविंदर अवाना, सुरेंद्र ढाक, महेश खटाना, योगेश भाटी, बेली भाटी, मोनू शर्मा, विनोद शर्मा, राकेश ठेकेदार, संदीप खटाना, सुंदर खटाना, ज्ञानी सरपंच, विनोद अधाना, दीपक शर्मा, सोहित चौधरी, सोभी गुज्जर, विपिन तवर, सुमित तंवर, रोबिन नागर, नरेंद्र नागर, भगत सिंह, जोगिंदर चेची, सुभाष सिलारपुर, जिते बैसला, जयवीर नागर, सुंदर बाबा, संदीप अवाना, पीतम नागर, इंद्रजीत कसाना, सुभाष सिलारपुर, चंद्रपाल बाबूजी, रिछपाल नागर, फिरेराम तोगर, अजीत गैराठी, बेगराज प्रधान, चाहत मास्टर, रियासत अली, सिंहराज भाटी, पीतम सिंह, राजू चौहान, ललित चौहान, संजू मोरना, सुबेराम मास्टर, प्रमोद सफीपुर, रविंदर भाटी, नवनीत खटाना, हुकम सिंह, भरत अवाना, नरेंद्र नागर आदि सैकड़ों किसान मौजूद रहे।