ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह की पहल पर गठित अतिक्रमण उन्मूलन दस्ते का असर दिखने लगा है। बुधवार को प्राधिकरण ने दो जगहों पर कार्रवाई की। एक तरफ सुनपुरा में 35 हजार वर्ग मीटर जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को ढहाया, जिसकी कीमत करीब 70 करोड़ रुपये आंकी गई है तो दूसरी तरफ ईकोटेक 10 व 11 के बीच आवाजाही के लिए बने संपर्क मार्ग पर अवैध कब्जे को भी स्थानीय पुलिस की मदद से हटा दिया।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने अधिसूचित एरिया में हो रहे अवैध कब्जे को रोकने और अतिक्रमण को ध्वस्त करने के लिए अतिक्रमण उन्मूलन दस्ते का गठन किया है। इस दस्ते में प्राधिकरण ने अपने खर्च पर आर्मी के सेवानिवृत्त जवानों की तैनाती की है। साथ ही प्राधिकरण में तैनात पुलिसकर्मी, भूलेख विभाग व संबंधित वर्क सर्किल की टीम को शामिल किया है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रभारी जीएम प्रोजेक्ट सलिल यादव ने बताया कि प्रवर्तन दस्ते की तरफ से बुधवार को पहली कार्रवाई सुनपुरा में की गई। प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में हो रहे अतिक्रमण को ढहा दिया। करीब 35 हजार वर्ग मीटर जमीन खाली कराई। पांच जेसीबी से करीब डेढ़ घंटे कार्रवाई की गई। खाली कराई गई जमीन की कीमत करीब 70 करोड़ रुपये होने का आकलन है। प्राधिकरण के वर्क सर्किल दो के प्रभारी चरण सिंह, प्रबंधक प्रताप सिंह व सहायक प्रबंधक राजेश निम और प्राधिकरण के पुलिस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। वहीं, ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक सेक्टर ईकोटेक 10 व 11 को जोड़ने वाली रोड के छोटे से हिस्से पर लंबे समय कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया था, जिससे आवाजाही में परेशानी हो रही थी। उनको हटाने के लिए प्राधिकरण प्रयासरत था। बुधवार को स्थानीय पुलिस की मदद से इस रास्ते पर अवैध रूप से बने घर को ढहा दिया गया। सलिल यादव ने बताया कि तत्काल कच्चा रास्ता बना दिया गया। शीघ्र ही इसे पक्के रास्ते में तब्दील कर दिया जाएगा। इस कार्रवाई में वर्क सर्किल के दो के प्रभारी आरए गौतम, प्रभात शंकर व स्थानीय पुलिस शामिल रही। प्राधिकरण के सीईओ सुरेन्द्र सिंह ने सरकारी जमीन कब्जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। अवैध कब्जों को गिराने का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।