आज गलगोटियास विश्वविद्यालय में उत्तर-प्रदेश पुलिस साइबर क्राइम डिवीजन के द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत साइबर क्राइम से आजादी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नोएडा उत्तर- प्रदेश पुलिस में साइबर अपराध शेल की विशेष प्रभारी रीता यादव, यूपी पुलिस में साइबर एक्सपर्ट एसपी सिंह, अजीत सक्सेना, विकास ढाका, और राष्ट्रीय लोक गायिका भानु श्री ने उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस जागरूकता कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश के १८ मंडलों पर आयोजित किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 डाॅ0 प्रीति बजाज ने सभा को संबोधित करते हुए अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं कि क्राइम कैसे होता है बल्कि यह जानना महत्वपूर्ण है कि इसकी शुरुआत सबसे पहले कहां से होती है। कुलसचिव नितिन गौड़ ने कार्यक्रम की रूप रेखा पर प्रकाश डाला। साइबर अपराध के बारे में जागरूकता फैलाने के लिये राष्ट्रीय लोक गायिका भानु श्री के द्वारा बनाये गये गीत को विशेष रूप से पहली बार लोकार्पण किया गया। इस गीत के माध्यम से उन्होंने साइबर अपराध से बचने के तरीकों और हेल्पलाइन नंबर 1930 पर प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि रीता यादव ने प्रतिभागियों के साथ साइबर अपराध के प्रयोजनों के लिए सोशल मीडिया के उपयोग को साझा किया और बताया कि इन अपराधों का शिकार होने से कैसे बचा जा सकता है। अजीत सक्सेना ने विभिन्न प्रकार के वित्तीय साइबर अपराधों के बारे में बताया और इन अपराधों को रोकने के तरीके पर प्रकाश डाला। विकास ढाका जी ने साइबर क्राइम डॉट जीओवी पोर्टल पर रिपोर्ट दाखिल करने की प्रक्रिया के बारे में बताया।
गलगोटियास विश्वविद्यालय के फोरेंसिक साइबरडॉस्ट सेल की अध्यक्ष विन्नी शर्मा ने साइबर अपराध के बारे में जागरूकता फैलाने में उनके कार्यों और तरीकों की व्याख्या करते हुए पीड़ितों को आगे बढ़ने और ऐसे अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया।
अंत में प्रति कुलपति डाॅ0 अवधेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन देते सभागार में उपस्थित अतिथियों, अध्यापकों और सभी छात्रों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान फोरेंसिक साइबरडॉस्ट सेल के सलाहकार सदस्य और डीन प्रोफेसर अरविंद कुमार, काजोल भाटी, प्रोफेसर राजीव कुमार और प्रोफेसर दिव्या त्रिपाठी उपस्थित थे।