टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (31/05/2022): आपात स्थिति में यमुना एक्सप्रेस वे के कंट्रोल रूम से संपर्क करने के लिए एसओएस बूथ की व्यवस्था समाप्त हो चुकी है। अब इसकी जगह यमुना साथी ऐप ले चुकी हैं। ऐसा इसलिए किया गया कि रखरखाव के अभाव और चोरी के कारण एसओएस बूथ खत्म हो गए हैं। इस ऐप के जरिए एक्सप्रेस-वे पर पेट्रोलिंग, पुलिस और एंबुलेंस की लोकेशन की जानकारी के अलावा टोल फ्री नंबर के जरिए कंट्रोल रूम से संपर्क किया जा सकता है।
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया था कर दिया गया। 100 किमी की रफ्तार से दौड़ते वाहनों के हादसाग्रस्त होने की स्थिति या अन्य आप तत्कालीन स्थिति में कंट्रोल रूम से संपर्क करने के लिए एक्सप्रेस-वे पर एसओएस लगाए गए थे। एक्सप्रेस-वे पर दोनों ओर 280 एसओएस बूथ लगाए गए थे।
लेकिन रखरखाव के अभाव और चोरी के कारण एसओएस बूथ अधिक समय तक बनी नहीं रह पाई। एसओएस बूथ चोरी होने लगे। शुरुआत में तो जेपी इंफ्राटेक ने चोरी हो चुके एसओएस बूथ की जगह दूसरे एसओएस बूथ लगाए, लेकिन चोरी की की घटनाएं लगातार जारी रहने के बाद एसओएस बूथ की सुविधा को बंद करना पड़ा। अब एक्सप्रेस वे पर यात्रियों की सुविधा के लिए एसओएस बूथ के जगह यमुना साथी ऐप को शुरू है।
यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह का कहना है कि यमुना साथी ऐप के माध्यम से कंट्रोल रूम से संपर्क के साथ अन्य सुविधाएं की जानकारी मिलती है। एक्सप्रेस-वे से गुजरने वाले सभी वाहन चालकों को इस ऐप को अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड करना चाहिए।
यमुना एक्सप्रेस पर अब यात्री ऐप का सहारा ले रहे हैं इस ऐप के जरिए एक्सप्रेस-वे पर एंबुलेंस, पेट्रोलिंग, वाहन की लोकेशन की जानकारी दी जा सकती है। साथ ही कंट्रोल रूम का तक संदेश भेजने में मदद की जा सकती है।
आपात स्थिति में कंट्रोल रूम को मदद का संदेश मिलता है तो इसे घटनास्थल पर सबसे अधिक नजदीक पेट्रोलिंग वाहन व एंबुलेंस को भेजकर मदद के निर्देश दिए जाते हैं।
ऐप के जरिए एक्सप्रेस-वे पर जनसुविधा और पेट्रोल पंप आदि की जानकारी मिलती है। गति सीमा का उल्लंघन करने वालों को इस ऐप के जरिए संदेश देकर यातायात नियमों का पालन करने की भी नसीहत मिलती है।