आईआईए ने उद्योग जगत में आने वाली समस्याओं से प्रदूषण विभाग को कराया अवगत

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (29/05/2022): आईआईए ग्रेटर नोएडा द्वारा प्रदूषण विभाग को उद्योग जगत में आने वाले समय में CAQM , यूपी प्रदेश एवं भारत सरकार द्वारा हवा (AIR) के साथ-साथ जल से संबंधित नई नीतियों और नए प्रावधान जिनसे की भविष्य में इन दोनों ही मुद्दों पर किस तरह प्रदूषण के स्तर को कम से कम किया जा सके उस पर एक परिचर्चा की।

इस परिचर्चा में प्रदूषण विभाग से प्रवीण कुमार (RO) नोएडा और भुवन यादव (RO) ग्रेटर नोएडा और आईआईए के मेंबर्स प्रतिभागी रहे।

परिचर्चा में उपस्थित एमएसएमई उद्यमियों से संबंधित संचालकों को अवगत कराया कि 30 सितंबर के बाद जनरेटर केवल रेट्रो फिटिंग के बाद ही चलाए जा सकते हैं। डीजल कोयला इसी प्रकार के अन्य ईंधन प्रतिबंधित किए जा रहे हैं, इनके स्थान पर पीएनजी और बायोमास पर आधारित बॉयलर और जनरेटर केवल हाइब्रिड या पीएनजी का इस्तेमाल कर चलाए जा सकेंगे।

प्रदूषण विभाग ने उद्योगपतियों को बताया की सभी लोग अपनी सभी तरह की एनओसी और कंसेंट सही समय पर विभाग से प्राप्त कर ले जिससे कि उद्योगों को संचालन करने में कोई रुकावट नहीं आए उन्होंने सभी उपस्थित एमएसएमई उद्योगिक इकाइयों के संचालकों को आश्वस्त किया उनके किसी भी तरह की समस्या का समाधान हेतु विभाग में किसी भी समय मिल सकते है।

अग्नि शमन विभाग से जितेंद्र कुमार एफएसओ ग्रेटर नोएडा ने इस परिचर्चा में भाग लिया उन्होंने सब को संबोधित करते हुए यह अपील किया कि सभी फायर की एनओसी के लिए जिनकी भी पेंडिंग है वह जल्द से जल्द निवेशमित्र पोर्टल का इस्तेमाल करते हुए अपनी इस कार्रवाई को पूरा करें।

इसी के साथ आईएईए ग्रेटर नोएडा की ओर से सरबजीत सिंह एवं जेड रहमान ने एक प्रमुख समस्या की ओर विभाग का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि पिछले काफी समय से यह देखने में आया है कि यदि किसी के यहां आग लगने की दुर्घटना होती है, तो फायर टेंडर गाड़ियों को रिफिलिंग की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। इसके लिए सुझाव भी दिया गया की जिले में 3 अथॉरिटी काम कर रही हैं जिसमें नोएडा, ग्रेटर नोएडा और UPSIDA है। इन तीनों को ही अपने आप जितनी भी खाली पड़ी जमीन है उसका इस्तेमाल करने चाहिए और पार्कों की जमीन में अंडरग्राउंड टैंक बनवा लेने चाहिए। जिससे कि पानी की रिफिलिंग की समस्या से छुटकारा मिल सके। इस पर विभाग ने कहा यह तीनों अथॉरिटी का कार्यक्षेत्र है। आप अपनी बात वहां तक पहुंचाएं और यह एक अच्छा सुझाव है जिस पर कि ये तीनों ही अथॉरिटी जरूर ध्यान देंगी।

वहीं जे एस राणा, अमित शर्मा अग्निशमन विभाग को यह सुझाव दिया कि विभाग की सारी पॉलिसीज जोकि एनबीसी द्वारा निर्देशित होती है उनमें आमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता है। यह सभी पॉलिसीज बहुत पुरानी हो चुकी है तब के कार्य करने और अब के कार्य करने के दौरान बहुत बदलाव आ चुके हैं पर अधिकतर यह देखने में आया है। अग्नि कांड में खासकर एमएसएमई उद्योगों में हमेशा बाहर से ही अग्नि को बुझाया जा पाता है इस बात पर वहां उपस्थित सभी लोग एकमत थे।

इस दौरान विशारद गौतम, (चेयरमैन), अमित शर्मा, राकेश बंसल, जेड रहमान विपिन महान, जितेंद्र राणा, सरबजीत सिंह, मनोज सिराधना, प्रमोद गुप्ता, सुरेश जैन सुमेश कौशिक, शिशुपाम त्यागी सभी आईआईए से अन्य कई मेंबर्स , प्रदूषण विभाग से प्रवीण कुमार RO, नोएडा, भुवन यादव RO ग्रेटर नोएडा, अग्निशमन विभाग से जितेन्द्र कुमार अपने विभाग के साथियों के साथ उपस्थित रहे।

Share