ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक सेक्टर ईकोटेक -10 को मॉडल सेक्टर के रूप में विकसित करें। सेक्टर व उसके आसपास के इंफ्रास्ट्रक्चर को और दुरुस्त किया जाएगा। सभी सड़कों पर एक माह के भीतर अभियान चलाकर लेन मार्किंग, कैट्स आई, डेलीनेटर, साइनेज बोर्ड, जेब्रा क्रॉसिंग जैसे यातायात से जुड़े तमाम नियमों को उकेरा जाएगा। ग्रेटर नोएडा में स्मार्ट और सुविधायुक्त वेंडिंग जोन न फूड स्ट्रीट बनाए जाएंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नवनियुक्त सीईओ सुरेंद्र सिंह ने बुधवार को ग्रेटर नोएडा शहर का भ्रमण करने के दौरान प्रोजेक्ट विभाग की टीम को ये निर्देश दिए।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेंद्र सिंह बुधवार सुबह 10 बजे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से एंट्री प्वाइंट पहुंचे। उन्होंने एंट्री प्वाइंट पर चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। सीईओ ने एंट्री प्वाइंट पर बन रहे ट्रकर्स पार्क को विश्वस्तरीय बनाने के निर्देश दिए। उनहोंने कहा कि यहां आने वाले ट्रक चालक व अन्य लोग जब कहीं और जाएं तो ग्रेटर नोएडा के ट्रकर्स प्वाइंट का खूब बखान करें। सीईओ ने ट्रक चालकों के खानपान, शौचालय, ट्रकों की पार्किंग आदि की जानकारी ली। सीईओ ने सभी प्रवेश द्वारों व प्रमुख स्थानों पर आकर्षक दिशा सूचक बोर्ड शीघ्र लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि साइनेज बोर्ड ऐसे लगाए जाएं, ताकि लोग बिना गूगल मैप का प्रयोग किए ग्रेटर नोएडा में कहीं भी आ-जा सकें। सीईओ ने इन सभी कार्यों को एक माह में कराने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसी एरिया में ये काम एक माह में पूरे न हुए तो वहां के इंजीनियर के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। सीईओ ने लेन मार्किंग की खराब गुणवत्ता पर नाराजगी जताते हुए चेतावनी दी कि अगर इसे तत्काल दुरुस्त न किया गया तो ठेकेदारों पर तगड़ी पेनल्टी लगाई जाएगी। सीईओ ने ग्रेटर नोएडा में अलग-अलग जगहों पर सुविधा युक्त वेंडिंग जोन न स्मार्ट फूड स्ट्रीट बनाने के निर्देश दिए। ग्रेटर नोएडा की सभी स्ट्रीट लाइटों को सोलर सिस्टम से संचालित करने के निर्देश दिए। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जिन जगहों पर पेड़ बड़े हो गए हैं वहां से तार फेंसिंग, पिलर व ट्री गार्ड तत्काल हटा दिए जाएं। अब सड़कों के किनारे व सेंट्रल वर्ज पर बड़े पौधे लगाए जाएं, ताकि उनको तार फेसिंग या ट्री गार्ड की जरूरत ही न पड़े। सीईओ ने सभी गोलचक्करों की दशा सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन गोलचक्करों की देखभाल प्राधिकरण खुद से कर रहा है, उनको भी दुुरुस्त किया जाए और जिनको सीएसआर के जरिए मेनटेन किया जा रहा है, उन कंपनियों से बात करके उनका रखरखाव भी और बेहतर तरीके से कराया जाए। सीईओ ने सेक्टर ईकोटेक 10 का भी निरीक्षण किया। इसे मॉडल औद्योगिक सेक्टर के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। इस सेक्टर के आसपास के इंफ्रास्ट्रक्चर को और बेहतर बनाने को कहा है। एसीईओ दीप चंद्र को इसकी नियमित निगरानी करने को कहा है। उन्होंने आवासीय सेक्टर 37 का भी निरीक्षण किया। इसके बाद एक्सपो मार्ट और उसके आसपास के एरिया को देखा। इसे और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। सीईओ ने अपने अधीनस्थों के साथ बैठक में गेटर नोएडावासियों के लिए जवाबदेही, पारदर्शी और प्रभावी सुशासन उपलब्ध कराने को कहा। प्राधिकरण आने वाले सभी आवंटियों व किसानों से अच्छा व्यवहार करने के निर्देश दिए अगर किसी ने अभद्र व्यवहार किया तो शिकायत मिलते ही उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भ्रमण के दौरान एसीईओ दीप चंद्र, जीएम प्रोजेक्ट एके अरोड़ा, वरिष्ठ प्रबंधक सलिल यादव, राजीव कुमार, मनोज धारीवाल व कपिल सिंह और प्रबंधक जितेंद्र यादव व वैभव नागर आदि मौजूद रहे।