कभी भाजपा ने किया था जमकर विरोध, अब भाजपा से चुने निर्विरोध

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (22-03-2022): आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल द्वारा खनन माफियाओं के खिलाफ नोएडा में अभियान चलाया गया था। साल 2013 में आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंड कराने के बाद नरेंद्र भाटी देशभर में चर्चा में थे। नरेंद्र भाटी उस समय समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओ में से एक थे और मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते थे।

नरेंद्र भाटी के कहने पर दुर्गा शक्ति नागपाल को सीएम अखिलेश यादव ने सस्पेंड कर दिया था। जिसका एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंड कराने का दावा किया गया। हालांकि, इस वीडियो के वायरल होने के बाद इस मुद्दे पर भाजपा ने बहुत हंगामा किया था।

लेकिन 2022 के चुनावी माहौल में नरेंद्र भाटी भाजपा में शामिल हो गए। और इस बार गौतमबुद्ध नगर-बुलंदशहर से भाजपा के एमएलसी प्रत्याशी बनाए गए और निर्विरोध जीत भी हासिल की।

कौन है नरेंद्र भाटी जिसने 2022 में भाजपा की सदस्यता ली और अब निर्वरोध बने एमएलसी ।

गौतमबुद्ध नगर के बोडाकी गांव के रहने वाले नरेंद्र भाटी को यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव का करीबी माना जाता है। नरेंद्र भाटी मुलायम सिंह यादव के कितने खास थे आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि 2013 में नरेंद्र भाटी के कहने पर अखिलेश यादव ने आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंड कर दिया था हालांकि भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर काफी हंगामा किया था।

1975 में नरेंद्र भाटी ने कांग्रेस पार्टी से राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी । 1980 में ब्लॉक प्रमुख चुने गए। उसके 3 साल बाद ही राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हो गए। 1996 में आखिरी बार सिकंदराबाद विधानसभा सीट से चुनाव जीता। 2006 में एसपी ने नरेंद्र भाटी को भूमि सुधार विभाग में अध्यक्ष पद के साथ कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया। एसपी ने उन्हें मार्च 2016 में एमएलसी बनाया था।

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