समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और दादरी विधानसभा के सम्भावित प्रत्याशी राजकुमार भाटी के साथ टेन न्यूज़ की विशेष बातचीत
टेन न्यूज के खास बातचीत करते हुए आगामी उत्तर प्रदेश चुनाव संबंधित मुद्दों पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, लेखक, पत्रकार व समाजसेवी राजकुमार भाटी ने मौजूदा सरकार की कमियां बताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी में विकास के मुद्दे पर तो चुनाव नहीं जीत सकती थी क्योंकि उनको भी पता है कि अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश बहुत अच्छा काम किया है 2012 में 15 मार्च को अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की शपथ ली थी तो पहले उन्होंने प्रदेश की जरूरतों को देखा और कमियों को देखा जैसे कि बिजली की कमी थी तो बिजली की आपूर्ति को पूरा किया और 5000 से 12000 मेगावाट बिजली प्लांट्स लगवाए , और उन्होंने देखा कि अच्छी सड़कें नहीं है तो आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसा 302 किलोमीटर का एक्सप्रेस-वे 22 महीने में बनाकर तैयार किया और 5 शहरों में मेट्रो का निर्माण किया , फ्री 200 एम्बुलेंस उत्तर प्रदेश को दी और 100 डायल पुलिस सर्विस शुरू की, कालेज व यूनिवर्सिटी बनवाई , बच्चों को लेपटॉप बांटते और विध्वा महिलाओं के पेंशन योजना बनाई व पार्क बनवाए ये सब उन्होंने किया और 2017 बीजेपी में चुनाव जीतने के लिए हिन्दू मुस्लिम को साम्प्रदायिक मुद्दा बना दिया जातिवादी के मद्दे उठाने शुरू दिए और आज भी लोग जाति और धर्म के नाम पर जल्दी ही गुमराह हो जातें हैं और कारण लोगों ने बीजेपी को वोट दे दिए और बीजेपी सरकार 2017 में जीत गई थी पर अब अभी तक कितना विकास नहीं कर पाई जितना अखिलेश सरकार ने किया था।
टेन न्यूज के साथ बेरोजगारी के मुद्दे पर राजकुमार भाटी ने कहा कि 8 नवम्बर 2016 देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने विशेषज्ञों की बिना सलाह किए नोट बन्दी कर दी थी उस नोट बन्दी ने देश की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी और छोटे छोटे लाखों उधोग बन्द हो गए और करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए। और ये अर्थव्यवस्था आज तक पटरी पर नहीं आ पाई है और अब जीएसटी ले आए 28%, 24%, 12% जीएसटी और एक असंतुलित टैक्स लगाया उसकी वजह से बाजार टूटा ।
जब प्राकृतिक प्रकोप के रूप में कोरोना आ गया। कोरोना से जल्दी निकल सकते थे पर बीजेपी के कोई योजना नहीं थी उन्होंने कोरोना पर ध्यान न देकर द्वीप जलाते रहे , कभी घण्टे , घड़ियां बजाते रहे, शंख बजाते रहे, कभी फूल बरसाते रहे और बिना वैज्ञानिक तकनीक से कोरोना से लड़ते रहे तो कोरोना ने बहुत नुक्सान किया और कितने लोग मर गए।तो इससे बिजेपी सरकार पूरी तरह से फेल रही। तो इन सारे कार्यक्रमो से अर्थव्यवस्था की कमर टूटी और लोग बेरोजगार हुए।
कोरोना काल के भाजपा सरकार के कार्य की निन्दा करते हुए कहा कि कोरोना के समय लोगों को ना दवाईयां मिली और ना एम्बुलेंस सेवा मिली और जो मिली उसका किराया एक एक लाख रुपए तक था और गैस सिलेंडर 10 हजार रुपए में बिक रहे थे और प्रायवेट अस्पतालो ने इतनी लूट मचाई और उन पर कोई अंकुश नहीं लगा। कोरोना काल के समय में लगा ही नहीं की कोई सरकार भी है किसी को दिखाई ही नहीं दिया सरकार निष्क्रिय रही ।
और अन्त में कहा कि अगर हमारी सरकार समाजवादी पार्टी होती तो हम सबसे पहले सरकारी अस्पतालों में बेंड की व्यवस्था करते , ऑक्सिजन की व्यवस्था करते और कोशिश करते की सबकी भर्ती हो और प्रायवेट अस्पतालो के एक चार्ट लागू करते कि इससे ज्यादा पैसा कोई ना ले।
अब देखना यह है की क्या आम जनता योगी सरकार के कार्यकाल से संतुष्ट है या बदलाव चाहती है ।