हिंडन पर नया पुल बनवाने के लिए सीईओ ने की पहल, नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को मिलकर काम तेज करने के दिए निर्देश

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के एलजी चौक से नोएडा के सेक्टर 146 के बीच वाहनों की आवाजाही के लिए नए वैकल्पिक मार्ग का निर्माण जल्द होने के आसार हैं। बृहस्पतिवार को नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने हिंडन मुहाने तक जाकर निर्माणाधीन पुल और एप्रोच रोड का जायजा लिया और किसानों से जमीन लेकर इसके निर्माण शीघ्र करने के लिए दोनों प्राधिकरणों के अधिकारियों को निर्देश दिए।

दरअसल, परी चौक पर ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए नोएडा के सेक्टर-146 से लेकर ग्रेटर नोएडा के एलजी चौक के बीच नया वैकल्पिक मार्ग बन रहा है। सेतु निगम से हिंडन नदी पर पुल का निर्माण कराया जा रहा है। किसानों से जमीन न मिल पाने के कारण एप्रोच रोड का निर्माण अटका हुआ है। बृहस्पतिवार को नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने एसीईओ प्रेरणा शर्मा, एसीईओ अमनदीप डुली व एसीईओ आनंद वर्धन और प्रभारी जीएम प्रोजेक्ट सलिल यादव सहित प्राधिकरण के अन्य स्टाफ के साथ मौके पर जाकर जायजा लिया। सीईओ ने हिंडन नदी पर बन रहे पुल को भी देखा। अब तक हुए निर्माण कार्यों पर असंतोष जाहिर करते हुए इसकी गति बढ़ाने के निर्देश दिए। सीईओ ने इसी मसले पर बृहस्पतिवार शाम को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर में दोनों प्राधिकरणों के अपने अधीनस्थ अधिकारियों व निर्माणकर्ता एजेंसी सेतु निगम के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। सीईओ ने दोनों प्राधिकरण के अधिकारियों से आपसी तालमेल बनाकर किसानों से बातचीत कर पुल और दोनों तरफ एप्रोच रोड का निर्माण शीघ्र शुरू कराने के निर्देश दिए। इस वैकल्पिक मार्ग के बन जाने से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से परी चौक होकर आने-जाने वाले वाहन का दबाव कम हो जाएगा। इससे परी चौक पर ट्रैफिक की समस्या कम हो जाएगी। वाहन चालक इस नए वैकल्पिक मार्ग के जरिए एलजी चौक होते हुए नोएडा के सेक्टर 146 आसानी तक आवाजाही कर सकेंगे। दोनों शहरों के बीच की दूरी और भी कम हो जाएगी। वहीं, सीईओ ने बृहस्पतिवार सुबह हिंडन पुल का जायजा लेने के बाद औद्योगिक सेक्टर ईकोटेक- 11 व स्मार्ट विलेज मायचा का भी जायजा लिया। औद्योगिक सेक्टर में अब तक हुए विकास कार्यों व जमीन आवंटन पर जानकारी प्राप्त की। मायचा में सफाई व्यवस्था ठीक न मिलने और विकास कार्य धीमी गति से होने पर नाराजगी जताई। गांव में चल रहे विकास कार्यों को इस माह के अंत तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए। इसके बाद सीईओ रितु माहेश्वरी ने 130 मीटर रोड पर डीएफसीसी की तरफ से बनाए जा रहे अंडरपास व अन्य कार्यों को भी देखा। धीमी गति से कार्य होने पर नाराजगी जाहिर की। 130 मीटर रोड पर वाहनों की आवाजाही की परेशानी को देखते हुए सीईओ ने डीएफसीसी पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले भी निर्माण कार्य को पूरा कराने में ढिलाई बरतने पर डीएफसीसी पर 10 लाख रुपये की पेनल्टी लगा जा चुकी है।

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