मेरा मानना – गौतमबुद्ध नगर के जन-प्रिय अधिकारी निवर्तमान जिलाधिकारी श्री बी एन सिंह

By ओम् रायज़ादा
(कवि और पर्यावरण प्रेमी )

 

मेरे जिन मित्रों को न मालूम हो, उन्हें बात दूँ कि यह चित्र श्री बी एन सिंह जी का है । सिंह साहब गौतमबुद्ध नगर के निवर्तमान जिलाधिकारी हैं । आपने सन 2017 से 2020 (घोर कोरोना काल) तक इस जिले की बागडोर बहुत ही अच्छे तरीक़े से सम्हाली । मेरी नज़र में आप निम्न कारणों से श्रेष्ठ हैं ।

√ गुंडे-बदमाशों पर कड़ा नियंत्रण ।
√ बिल्डर्स, अन्य मोटी चमड़ी वालों तथा वित्तिय अनियमितताओं को अंजाम देने वालों से राजस्व की वसूली ।
√ जेवर हवाई अड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण ।
√ जनपद के तालाबों का पुनरोद्धार – नए तालाबों को खुदवाना व जल संरक्षण ।
√ नई तकनीक से छोटे छोटे वन क्षेत्रों का निर्माण व विकास ।
√ घोर कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में आवश्यक बातों का निर्वहन ।
√ हर किसी को समय देना – बात सुनना व समस्या का निदान करना ।

मेरा व जनपद वासियों का दुर्भाग्य है कि श्री बी एन सिंह जी इस किशोर जनपद को छोड़ कर चले गए ।

एक संस्मरण के कारण, मैं इस पोस्ट को लिखने पर बाध्य हुआ हूँ । बात है 17 सितंबर 2018 की – आपातकालिक परिस्थितियों में एक निर्धन की पत्नी ने सेक्टर 127 स्थित जे पी अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया । जे पी की भी विवशताएँ हैं – बिल बना 18000 का । इस रकम को देखकर उस निर्धन के होश उड़ गए । सौभाग्य से इस व्यक्ति की मुलाक़ात मेरे मित्र अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव से हो गयी । श्रीवास्तव जी ने सुझाव दिया कि इसका निदान केवल जिलाधिकारी ही निकाल सकते हैं । शाम के 8 बजे थे । एक चांस लेते हुए श्रीवास्तव जी उस व्यक्ति को लेकर सूरजपुर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गए । दैवयोग से बी एन सिंह जी अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग करते हुए मिल गए । निर्धन ने अपनी विवषता बयान की – सिंह साहब ने प्रश्न किया कि आप एक निजी अस्पताल में गए ही क्यों जबकि जिले में सभी सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं । बात को अरविंद जी ने यह कह कर सम्हाला कि स्थिति आपातकालिक थी । सिंह साहब को बात समझ आ गयी – बिना पल गंवाए सी एम ओ साहब को फोन लगाया और कहा कि पीड़ित के साथ किसी को जे पी अस्पताल भेजिये । सी एम ओ साहब ने जे पी अस्पताल के साथ क्या संधि की उसका तो पता नहीं पर वह निर्धन अपनी पत्नी व नवजात के साथ बिना किसी शुल्क दिए मस्तक ऊँचा करके जे पी से निकल आया ।

निजी तौर पर, बी एन सिंह साहब को, अनेक कारणों से, मैं बहुत मिस करता हूँ । उन्हें ढेरों शुभकामनाएं

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