आई0टी0एस0 के फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा 19 मई, 2020 को एक वेबिनार का आयोजन किया गया। प्रख्यात वक्ता डाॅ0 ए0एस0 मूर्ति द्वारा आनलाईन वेबिनार प्रस्तुत किया गया। डाॅ0 ए0एस0 मूर्ति वर्तमान में ऐम्स, नई दिल्ली में भौतिक चिकित्सा विभाग के मुख्य पद पर कार्यरत है। डाॅ0 ए0एस0 मूर्ति ने इस वेबिनार के आयोजन के लिए आई0टी0एस0-द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन, श्री अर्पित चड्ढा का आभार व्यक्त किया।
इस वेबिनार का विषय आघात (ब्रेन स्ट्रोक) में शारीरिक चिकित्सा (फिजियोथेरेपी) की भूमिका (फिजियोथेरेपी इन ट्रोमा केयर) था। वेबिनार में आई0टी0एस0 के फिजियोथेरेपी विभाग के सभी विद्यार्थियों एवं अध्यापकों ने आनलाईन भाग लिया। इस वेबिनार के द्वारा डाॅ0 एस0 मूर्ति का उद्देश्य था कि फिजियोथेरेपी के द्वारा आघात (ब्रेन स्ट्रोक) के बाद या आघात (ब्रेन स्ट्रोक) के समय में भी मरीजों को इलाज दिया जा सकता है बशर्ते इसे नियमित रूप से किया जाए और इसमें उन्होंने बताया कि आघात (ब्रेन स्ट्रोक) के बाद या आघात (ब्रेन स्ट्रोक) के समय पर हमारे शरीर में कई तरह के बदलाव आ सकते है जैसे मांस पेशी मे चोट लगना हड्डी का टूट जाना मस्तिष्क के किसी अंग को आघात (ब्रेन स्ट्रोक) के समय क्षति पहुंचना, आघात (ब्रेन स्ट्रोक) के बाद हमारी जीवन शैली का बदल जाना इन सब में फिजियोथेरेपी राम बाण का काम करती है। इस आनलाइन वेबिनार का एक मुख्य उद्देश्य फिजियोथेरेपी का मतलब जीवन को पहचानना और उसकी गुणवत्ता को बढ़ाना है। साथ ही साथ लोगों को उनकी शारीरिक कमियों से बाहर निकालना, निवारण, इलाज बताना और पूर्ण रूप से आत्म निर्भर बनाना है। यह शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक क्षेत्र में अच्छी तरह से काम करने में मदद देता है। वेबिनार के दौरान डाॅ0 ए0एस0 मूर्ति ने सभी प्रतिभागियों को वीडियों कान्फ्रेंसिंग के द्वारा यह भी दिखाया कि कैसे आई0सी0यू0 मे मारीजों का इलाज, आपरेशन के समय मे इस्तेमाल आने वाले इक्विप्मेंटस जैसी विभिन्न नवीनतम जानकारियों से अवगत कराया। वेबिनार के अंत मे डाॅ0 ए0एस0 मूर्ति ने सभी विद्यार्थियों के द्वारा पूछें गये सभी प्रश्नों के जवाब दिये।
लाॅकडाउन मे आई0टी0एस0 फिजियोथेरेपी निरन्तर आनलाइन क्लासेज एवं वेबिनार का आयोजन काॅलेज के निदेशक डाॅ0 सी0एस0 राम के कुशल निर्देशन मे करा रहा है। आई0टी0एस0-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन, डाॅ0 आर0पी0 चड्ढा एवं वाईस चेयरमैन, श्री अर्पित चड्ढा ने कहा कि इस लाॅकडाउन में छात्र काॅलेज नही आ पर रहे है। अतः उन्हें आनलाइन के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जा रही है, ताकि उनकी शिक्षा का कोई नुकसान न हों।